भोपाल में जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीमों ने अवैध मादक पदार्थ व्यापार में शामिल होने के आरोपी ‘मछली’ परिवार की संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया।भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मछली परिवार के साम्राज्य का ‘आख़िरी किला’ भी गुरुवार को ध्वस्त कर दिया गया। ड्रग्स तस्करी के आरोपी मछली परिवार की सरकारी जमीन पर बने 22 करोड़ के तीन मंजिला मकान पर बुलडोज़र चलाया गया। बताया जा रहा है कि शारिक अहमद उर्फ मछली, सोहेल अहमद, शफीक अहमद पिता शरीफ अहमद की यह कोठी है। भोपाल के आनंदपुर कोकता इलाके के वार्ड नंबर 62 में मछली परिवार का साम्राज्य था।
200 करोड़ से ज्यादा के सरकारी जमीन पर चला था अतिक्रमण
23 दिन पहले मछली परिवार के 200 करोड़ से ज्यादा के सरकारी जमीन पर अतिक्रमण पर बुलडोजर चला था। एमडी ड्रग पैडलर यासीन अहमद उर्फ मछली शाहवर अहमद उर्फ मछली के परिवार के सदस्य हैं।यासीन शाहवर पर ड्रग तस्करी, महिलाओं के यौन शोषण और युवकों की बेरहमी से पिटाई कर अड़ीबाजी करने के आरोप लगे थे।
मछली परिवार का लंबे समय से अपराध जगत में सक्रिय
मछली परिवार का नाम लंबे समय से राजधानी भोपाल के अपराध जगत में सक्रिय रहा है। यासीन शाहवर उर्फ मछली पर ड्रग्स तस्करी, महिलाओं के यौन शोषण, रंगदारी वसूली और युवाओं की बेरहमी से पिटाई जैसे गंभीर आरोप दर्ज हैं। मछली परिवार के अन्य सदस्य शारिक, सोहेल और शफीक अहमद भी अवैध गतिविधियों से जुड़े बताए जाते हैं। आनंदपुर कोकता इलाके में मछली परिवार का दबदबा इतना गहरा था कि इसे उनका “साम्राज्य” कहा जाता था।
बुलडोजर कार्रवाई से कई लोग खुश
मछली परिवार से पीड़ित एक व्यक्ति ने कहा कि मैं आज बहुत खुश हूँ… मैं पटाखे भी लाया हूं, लेकिन मैं उन्हें फोड़ना नहीं चाहता। मुझे राहत है कि सीएम मोहन यादव ने न्याय किया है। मेरे जैसे कई पीड़ित हैं जो आगे आना चाहते हैं, हालांकि, पुलिस विभाग अभी भी एक मंत्री की वजह से डरा हुआ है। मेरी शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं हो रही है, वे कह रहे हैं कि जांच चल रही है। मैंने शिकायत दर्ज कराई थी कि कैसे शारिक मछली ने मेरा अपहरण किया, पूरी रात मुझे पीटा, 50,000 रुपये लूट लिए। मुझ पर धारा 307, बलात्कार के आरोप लगाए गए।