बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच 6 दिसंबर को एडिलेड के मैदान पर खेला जाएगा, जो डे-नाइट टेस्ट मैच भी होगा।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 295 रनों से करारी हार झेलनी पड़ी। इस हार की किसी ने भी उम्मीद नहीं की थी, क्योंकि भारतीय टीम घर पर न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट हारकर वहां पहुंची थी। इसके अलावा पहले टेस्ट में रोहित शर्मा और शुभमन गिल भी नहीं खेले थे। ऐसे में टीम इंडिया ने जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में जीत हासिल करके बड़ा कमाल कर दिया था। अब दोनों टीमों के बीच दूसरा मुकाबला एडिलेड के मैदान पर 6 दिसंबर से शुरू होगा। इसी टेस्ट में भारत के नियमित कप्तान रोहित की वापसी होगी। दूसरा टेस्ट जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने भी रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
ऑस्ट्रेलियाई कोच ने टीम को लेकर दिया बड़ा बयान
ESPNक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने पुष्टि की है कि एडिलेट में भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की वही टीम रहेगी और उसमें बदलाव नहीं होगा। लेकिन भारत के खिलाफ मिली हार के बाद मिचेल मार्श की फिटनेस को लेकर कुछ समस्याएं हैं। इससे प्लेइंग इलेवन में बदलाव हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए जो टीम चुनी थी। उसमें 13 प्लेयर्स शामिल थे।
Playing 11 में बदलाव की संभावना
कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने कहा कि उस चेंजरूम में वही लोग हैं जो एडिलेड में होंगे। लेकिन इस बात कोई संभावना नहीं है कि पहले टेस्ट में खेली गई प्लेइंग इलेवन ही दूसरे टेस्ट में खेलेगी। इस बात के लिए वह प्रतिबद्ध नहीं दिखे। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे हम इसका पता करेंगे, लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि जो टीम वहां है, वे एडिलेड में होगी।
दूसरी तरफ मार्नस लाबुशेन और उस्मान ख्वाजा भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। बेंच पर जोस इंग्लिश अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। हो सकता है ऑस्ट्रेलियाई टीम उन्हें दूसरे टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में मौका दे। फिलहाल दूसरे टेस्ट से पहले एडिलेड में ऑस्ट्रेलियाई टीम नेट सेशन के लिए जुटेगी।
मिचेल मार्श ने फेंके थे 17 ओवर
इसके अलावा मिचेल मार्श ने पहले टेस्ट मैच में 17 ओवर फेंके थे और कुल तीन विकेट हासिल किए थे, जो पिछले तीन साल में एक मैच में सबसे ज्यादा थे। उनके लिए कोच ने कहा कि हम इंतजार करेंगे और देखेंगे। मार्श की फिटनेस के कारण ऑस्ट्रेलिया के पास पर्थ में गेंदबाजी के ऑप्शन बहुत ही कम थे। जबकि भारतीय गेंदबाजों ने दोनों ही पारियों में ऑस्ट्रेलिया को 104 और 238 पर रोक दिया था।