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डिजिटल भुगतान पर बढ़ा देशवासियों का भरोसा; UPI से अगस्त में हुए 10 अरब से ज्यादा लेनदेन

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भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के आंकड़ों के अनुसार 30 अगस्त को यूपीआइ लेनदेन का आंकड़ा 10.24 अरब हो गया। इन लेनदेन का मूल्य 1518456.4 करोड़ रुपये रहा। जुलाई में यूपीआइ लेनदेन की संख्या 9.96 अरब थी जबकि जून में यह 9.33 अरब थी। अगस्त 2021 में यूपीआई के जरिए लेनदेन का आंकड़ा केवल 3.5 बिलियन था जो दो वर्षों में लगभग तीन गुना बढ़ चुका है।

एकीकृत भुगतान व्यवस्था (UPI) के जरिये लेनदेन का आंकड़ा अगस्त में 10 अरब को पार कर गया। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के आंकड़ों के अनुसार,30 अगस्त को यूपीआइ लेनदेन का आंकड़ा 10.24 अरब हो गया।

इन लेनदेन का मूल्य 15,18,456.4 करोड़ रुपये रहा। जुलाई में यूपीआइ लेनदेन की संख्या 9.96 अरब थी  जबकि जून में यह 9.33 अरब थी। एनपीसीआइ देश में सभी खुदरा भुगतान प्रणालियों का मुख्य संगठन है।

अगस्त 2021 में यूपीआई के जरिए लेनदेन का आंकड़ा केवल 3.5 बिलियन था, जो दो वर्षों में लगभग तीन गुना बढ़ चुका है। हमारे देश में अब ज्यागदात व्यापारी यूपीआई के जिए लेनदेन पर भरोसा दिखा रहे हैं। आज के समय करोड़ों की कमाई करने वाले व्यापारी हो या सब्जी बेचने वाले छोटे-मंझोले दुकानदार, सभी यूपीआई के जरिए लेनदेन कर रहे हैं।गौरतलब है कि 35 से ज्यादा देश अब भारत की यूपीआई तकनीक को अपनाना चाहते हैं। जापान उन देशों में शामिल है जिन्होंने हाल ही में यूपीआई को अपनाने में रुचि व्यक्त की है।

डिजिटल भुगतान पर बढ़ा देशवासियों का भरोसा

साल 2016-17 मे नोटबंदी के दौरान भारत सरकार ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिया। साल 2016 में मोदी सरकार ने UPI-BHIM लॉन्च किया था। नोटबंदी के बाद बड़े पैमाने पर लोगों ने डिजिटल भुगतान पर भरोसा किया।

इसके बाद कोविड महामारी के दौरान डिजिटल भुगतान के जरिए देश के ज्यादातर लोग पैसों के भुगतान के लिए कैश की जगह यूपीआई को चुना और आज के समय हर तरफ कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक यूपीआई पर भारतीयों का अटूट भरोसा है।

यात्रीगण ध्यान दें, 24 नवंबर से 3 दिसंबर तक रहेंगी 30 ट्रेनें रद्द, लाइन बिछाने को लेकर रेलवे ने लिया यह फैसला

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रेल प्रशासन द्वारा अधोसंरचना विकास के कार्यों को शीघ्र पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी संदर्भ में अधोसंरचना विकास हेतु दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल के अंतर्गत चंदिया रोड स्टेशन में तीसरी लाइन जोड़ने के लिए प्री नॉन/नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य दिनांक 25 नवम्बर 2023 से 04 दिसम्बर 2023 तक किया जायेगा, जिसके फलस्वरुप कुछ गाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहेगा।
निरस्त होने वाली गाडियां:-
1- दिनांक 23 नवम्बर 2023 से 04 दिसम्बर 2023 तक बिलासपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18234 बिलासपुर-इंदौर नर्मदा एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 24 नवम्बर 2023 से 05 दिसम्बर 2023 तक इंदौर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18233 इंदौर- बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
2- दिनांक 29 नवम्बर 2023 को रानी कमलापति से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22169 रानी कमलापति-संत्रागाछी एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 30 नवम्बर 2023 को संत्रागाछी से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22170 संत्रागाछी-रानी कमलापति एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
3- दिनांक 22 नवम्बर 2023 से 04 दिसम्बर 2023 तक बिलासपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18236 बिलासपुर-भोपाल एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
इसी प्रकार दिनांक 24 नवम्बर 2023 से 06 दिसम्बर 2023 तक भोपाल से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18235 भोपाल- बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
4- दिनांक 25 नवम्बर व 02 दिसम्बर 2023 को उदयपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 20971 उदयपुर-शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 26 नवम्बर व 03 दिसम्बर 2023 को शालीमार से रवाना होने वाली गाडी संख्या 20972 शालीमार- उदयपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
5- दिनांक 25 नवम्बर व 02 दिसम्बर 2023 को शालीमार से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22830 शालीमार-भुज एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 28 नवम्बर व 05 दिसम्बर 2023 को भुज से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22829 भुज -शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
6- दिनांक 26 नवम्बर व 03 दिसम्बर 2023 को दुर्ग से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18213 दुर्ग-अजमेर एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 27 नवम्बर व 04 दिसम्बर 2023 को अजमेर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18214 अजमेर- दुर्ग एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।

22 जनवरी को अयोध्या में मनेगी दूसरी दिवाली, MP के 25 लाख से अधिक परिवारों को पीले चावल से मिलेगा निमंत्रण

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विहिप का आह्वान है कि प्रांतभर के हिंदू अपने मुहल्ले या गांव के मंदिर को ही अयोध्या मानकर वहां एकत्र हों। परंपरानुसार पूजा-पाठ आराधना व अनुष्ठान करें। पूज्य संतों द्वारा दिए गए विजय महामंत्र श्रीराम-जय राम-जय जय राम का जाप करें। साथ ही अयोध्या के भव्य-दिव्य कार्यक्रम के सीधे प्रसारण को साक्षात देखें। आरती में अपना स्वर मिलाए। प्रसाद बांटें और इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के प्रत्यक्षदर्शी बनकर आनंद मनाएं।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के आह्वान पर अयोध्या में आगामी जनवरी में होने वाले राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमित्त मध्यभारत प्रांत के 25 लाख से अधिक परिवारों को निमंत्रण देंगे। इसके लिए श्री राम मंदिर में पूजित अक्षत (पीले चावल) कलश संगठन की दृष्टि से बने हमारे मध्यभारत प्रांत आ चुके हैं।

इन पूजित अक्षत कलश का जिला सह वितरण मंगलवार को गुफा मंदिर लालघाटी से किया गया। इस मौके पर संगठन के 32 जिलों के प्रतिनिधि पूजित अक्षत कलश अपने जिलों में ले जाने के लिए उपस्थित थे। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रचार प्रमुख जितेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक तीर्थ क्षेत्र न्यास के आह्वान पर इस अक्षत निमंत्रण को लेकर, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता अन्य हिंदू संगठनों के साथ मिलकर एक जनवरी से 15 जनवरी के बीच प्रांत के नगर ग्रामों में हिंदू परिवारों तक जाएंगे।

हम भगवान श्रीराम के 14 वर्ष बाद अयोध्या लौटने की खुशी में प्रति वर्ष दिवाली मनाते हैं। इस बार आगामी 22 जनवरी को तो वह दूसरी दीपावली होगी, जब रामजी 500 वर्षों के बाद, भारत की स्वतंत्रता की अमृत बेला में अपने जन्म-स्थान पर लौटेंगे। इसलिए यह आवश्यक है कि विश्व का समस्त हिंदू समाज इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रत्यक्ष शामिल हो। सब रामभक्तों को तो उस दिन अयोध्या नहीं बुलाया जा सकता।

इसलिए विहिप का आह्वान है कि प्रांतभर के हिंदू अपने मुहल्ले या गांव के मंदिर को ही अयोध्या मानकर वहां एकत्र हों। वहां की परंपरानुसार पूजा-पाठ, आराधना व अनुष्ठान करें। पूज्य संतों द्वारा दिए गए विजय महामंत्र श्रीराम-जय राम-जय जय राम का जाप करें। साथ ही अयोध्या के भव्य-दिव्य कार्यक्रम के सीधे प्रसारण को साक्षात देखें।

आरती में अपना स्वर मिलाए।  प्रसाद बांटें और इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के प्रत्यक्षदर्शी बनकर आनंद मनाएं। विहिप ने देश को 45 भागों में बांटकर प्रत्येक भाग के लिए 27 जनवरी से 22 फरवरी के बीच में उस भाग के लिए निश्चित दिन अयोध्या पधारने का निवेदन किया है। इसी क्रम मे मध्यभारत प्रांत से दिनांक 17 फरवरी को लगभग 2500 लोगों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है।

चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के पास है ऐसी अनोखी कार, जो दुनिया के किसी नेता के पास नहीं, जानें खासियत

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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हाल ही में अमेरिका की यात्रा पर गए। यहां उन्होंने एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन से इतर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बातचीत भी की। तनाव के बीच दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच बातचीत पर पूरी दुनिया की नजर थी। इन सबके बीच एक और खास चीज पर दुनिया की नजर गई, वो थी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कार।  चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग की सुरक्षा बेहद चाक चौबंद रहती है। यह कार ऐसी ही सुरक्षित कार है।

दरअसल, शी जिनपिंग की सुरक्षा का दारोमदार चीन की सेंट्रल सिक्योरिटी ब्यूरो पर है, जो चीन के सभी आला नेताओं और उच्च सैन्य अधिकारियों को सुरक्षा देती है। जिनपिंग की खास कार देख जो बाइडेन भी प्रभावित हुए और वे तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाए। बाइडेन ने चीनी राष्ट्रपति की गाड़ी को सुंदर कार बताया। इतना ही नहीं, बाइडेन ने अपनी 10 टन वजनी काडिलैक लिमोजिन कार से चीनी राष्ट्रपति की कार की तुलना की।

बुलेटप्रूफ लिमोजिन कार है सबसे सुरक्षित

बता दें कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कार एक बुलेटप्रूफ लिमोजिन है, जिसे होंगकी N701 कहा जाता है। इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित कार माना जाता है। विदेशी दौरों के समय शी जिनपिंग की सुरक्षा काफी हद तक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की ही तरह होती है।

कार को घेरे होते हैं कई कमांडो

शी की सुरक्षा करने वाले जवान आमतौर पर लंबे चौड़े होते हैं। ये भी कई लेयर में राष्ट्रपति की सुरक्षा करते हैं। अंदरूनी घेरे में 6 से 8 पर्सनल कमांडो होते हैं, जो उन्हें घेरे होते हैं और उनकी कार के आसपास होते हैं। हालांकि जिनपिंग के सबसे करीब रहने वाले कमांडों को समय समय पर बदला जाता रहता है।

केमिकल ​वीपन्स का भी कार पर कोई असर नहीं

जिनपिंग की कार में बेहद शक्तिशाली इंजन लगा हुआ है। इसके साथ ही, इसे चीन में अब तक बनी सबसे महंगी कार माना जाता है। इसके कस्टमर संस्करण की कीमत ही 8 लाख डॉलर है। पिछले 10 साल में ऐसी केवल 50 कार ही बनी है। शी जिनपिंग की N701 कार को रेड फ्लेग भी कहा जाता है। दरअसल, चीन खुद को एक वामपंथी देश बताता है और यह जिनपिंग की कार का नाम उसकी साम्यवादी विचारधारा को ही दर्शाता है। जिनपिंग की कार पर किसी भी रासायनिक हमले का कोई असर नहीं होता है।

भारत की ताकत: नौसेना ने हेलिकॉप्टर से किया एंटी-शिप मिसाइल का सफल परीक्षण

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भारतीय नौसेना ने एक एंटी-शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। यह देश की पहली स्वदेशी एंटी-शिप मिसाइल है। मंगलवार को प्रशिक्षण के दौरान यह मिसाइल सीकिंग-42बी हेलो हेलिकॉप्टर से फायर की गई। रक्षा सूत्रों के अनुसार फायर की गई मिसाइल ने अपने टारगेट को बिल्कुल सटीक हिट किया। जानकारी के मुताबिक डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने मिलकर इस नेवल एंटी शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया। रक्षा विशेषज्ञ इसे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम मान रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि परीक्षण के दौरान मिसाइल में ‘स्वदेशी सीकर और गाइडेंट टेक्नोलॉजी’ की जांच की गई जो 100 फीसदी सफल रही है।

यह एक लॉन्ग रेंज एंटी-शिप मिसाइल है। बीते वर्ष भारत ने इसी श्रेणी की शॉर्ट रेंज की मिसाइल की टेस्टिंग की थी। शॉर्ट रेंज की मिसाइल 380 किलोग्राम और रेंज 55 किलोमीटर की मारक क्षमता से लैस है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्वदेशी तकनीक से बनाई गई यह भारतीय लॉन्ग रेंज एंटी-शिप मिसाइल सी-स्किमिंग ट्रैजेक्ट्री पर चलते हुए सीधे टारगेट से जाकर टकराई।

गौरतलब है कि ‘सी-स्किमिंग’ उस स्थिति को कहते हैं जब मिसाइल समुद्र की सतह से कुछ मीटर ऊपर तेजी से उड़ते हुए जाती है। अपनी इस तकनीक के कारण मिसाइल राडार में पकड़ में भी नहीं आती। फिलहाल यह तकनीक भारत के पास पहले से उपलब्ध है। भारत की ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल में यही तकनीक इस्तेमाल की जाती है। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि टेस्ट की गई यह आधुनिक मिसाइल नौसैनिक हेलिकॉप्टर्स पर लगाई जाएगी। इस मिसाइल में स्टेट-ऑफ-द-आर्ट नेविगेशन सिस्टम भी है। गौरतलब है कि इसी महीने सेना ने पहले स्वदेशी हमलावर हेलीकॉप्टर ‘रुद्र’ से नई पीढ़ी के रॉकेट भी दागे हैं। इसके अलावा सेना के ‘रुद्र’ स्वदेशी हेलीकॉप्टर से गोला बारूद दागने का भी सफल परीक्षण किया

स्टैंड अप कॉमेडियन वीर दास ने इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड जीतकर रचा इतिहास, एकता कपूर को भी दिया गया खास सम्मान

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इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड 2023 चर्चा का विषय बना हुआ है। हर कैटेगरी में अवॉर्ड्स दिए जा रहे हैं जिसमें बॉलीवुड के कई सितारों को नॉमिनेट किया गया था। अब 51वें इंटरनेशनल एमी अवार्ड्स 2023 के ऑफिशियल अकाउंट पर विनर की घोषणा कर दी गई है। एक्ट्रेस शेफाली शाह को दिल्ली क्राइम के लिए नॉमिनेशन मिली थी। लेकिन वे हार गई और उनकी जगह एक्ट्रेस कार्ला सूजा ने मैक्सिकन सीरीज ‘ला कैडा’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड अपने नाम किया। वहीं स्टैंड अप कॉमेडियन वीर दास ने इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। वहीं एकता कपूर को भी एंटरटेनमेंट की दुनिया में विशेष योगदान देने के लिए विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया है।

इन सितारों के किया गया था नोमिनेट

वीर दास को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रहे शो ‘वीर दास लैंडिंग’ के लिए एमी इंटरनेशनल अवॉर्ड मिला है। ‘वीर दास लैंडिंग’ के साथ ‘डेरी गर्ल्स सीजन 3’ को भी कॉमेडी के लिए एमी इंटरनेशनल अवॉर्ड्स दिया गया है। दोनों के बीच मुकाबला बराबरी का था और फिर दोनों ने ही इस अवॉर्ड को अपने नाम किया है। इससे पहले 2021 में भी वीर दास को उनके कॉमेडी शो ‘टू इंडिया’ के लिए एम्मी इंटरनेशनल अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट किया गया था लेकिन तब वो यह अवॉर्ड जीत नहीं पाए थे। इसी के साथ ‘दिल्ली क्राइम 2′ (नेटफ्लिक्स) के लिए मशहूर एक्ट्रेस शेफाली शाह और रॉकेट बॉयज 2’ (सोनी लिव) के लिए अभि‌नेता जिम सरब को भी इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था।

वीर दास को मिला एमी इंटरनेशनल अवॉर्ड 2023

वहीं इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड हैंडल ने वीर दास की एक तस्वीर के साथ एक्स अकाउंट पर किए गए पोस्ट में लिखा है। “हमारे पास एक टाई है! द इंटरनेशनल एमी फॉर कॉमेडी गोज टू ‘वीरदास लैंडिंग प्रोड्यूस्ड बाय WeirdasaComedy/रॉटन साइंस/नेटफ्लिक्स #iemmyWIN ”। इधर एमी अवॉर्ड से नवाजे जाने के बाद से वीरदास को खूब बधाइयां मिल रही हैं उनके फैंस बेहद ही खुश हैं।

एकता कपूर को मिला खास सम्मान

एमी अवॉर्ड्स में एकता कपूर को भी खास सम्मान दिया गया। एकता को आर्ट और एंटरटेनमेंट की दुनिया में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। उन्हें 2023 इंटरनेशनल एमी डायरेक्टोरेट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ये अवॉर्ड पाने वाली एकता पहली भारतीय निर्माता बनी हैं। एकता ने इंस्टा पर एमी अवॉर्ड की फोटो शेयर कर लिखा- इंडिया, मैं आपका एमी घर लेकर आ रही हूं।

फाइनल में हार ने भारत के लिए नॉकआउट में हार की चिर-परिचित भावना को वापस ला दिया

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2007 और 2013 के बीच के समय ने भारत को वैश्विक आईसीसी पुरुष स्पर्धाओं में अविस्मरणीय सफलता दिलाई: 2007 में उद्घाटन टी20 विश्व कप जीत, घरेलू धरती पर 2011 वनडे विश्व कप जीत और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में रोमांचक जीत। लेकिन उसके बाद, ट्रॉफी कैबिनेट खाली हो गई है।

2013 के बाद, भारत कभी भी ट्रॉफी पर कब्ज़ा नहीं कर सका, जिससे उसके प्रशंसक निराश हो गए । 2023 पुरुष एकदिवसीय विश्व कप में हालात अच्छे होते दिख रहे थे, जहां भारत ने सभी विभागों में अपने शानदार प्रदर्शन से प्रशंसकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और लगातार दस मैचों में जीत हासिल की।

बल्ले, गेंद और क्षेत्ररक्षण पर अपने प्रभुत्व के दम पर उस नाबाद दौड़ ने इसके बेहद भावुक प्रशंसकों को नॉकआउट में डूबती भावना को शांत होते देखने का एक वास्तविक मौका दिया था। लेकिन 19 नवंबर को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में नीले रंग के समुद्र में 92,453 प्रशंसकों के सामने, वह परिचित भावना भारत को फिर से सताने लगी जब यह सबसे ज्यादा मायने रखता था।

ऑस्ट्रेलियाई टीम से छह विकेट की हार, जिसने विपक्षी टीम के प्रत्येक खिलाड़ी के लिए परिस्थितियों और योजना के संदर्भ में अपना होमवर्क बहुत अच्छी तरह से किया था, ने भारतीय टीम और स्टेडियम के साथ-साथ दुनिया भर में मौजूद उसके प्रशंसकों को एक और दिल टूटने का मौका दिया।

फाइनल के एक दिन बाद, इस बात पर खालीपन और भयानक चुप्पी का एहसास हुआ कि नॉकआउट में वह परिचित डूबती हुई भावना फिर से कैसे आई, जिसने भारत को उसकी नियति – घरेलू मैदान पर गौरव हासिल करने से वंचित कर दिया। जैसे ही 2023 पुरुष एकदिवसीय विश्व कप पर धूल जमने लगी है, किसी को यह सोचना शुरू करना होगा कि नॉकआउट में हर बार भारत के लिए कहां गड़बड़ी होती है। पिछले तीन पुरुष एकदिवसीय विश्व कप में भारत 28 में से केवल चार मैच हारा है। लेकिन यहाँ एक समस्या है – उन चार में से तीन हार नॉकआउट चरण में हुईं।

पिछले दस वर्षों में, वैश्विक टूर्नामेंटों में मैचों में भारत का जीत प्रतिशत सबसे अधिक है, जो 69.15% है, लेकिन इसके नाम पर कोई खिताब नहीं है। नॉकआउट में परिणामों के खराब रिकॉर्ड ने भारत को एक ऐसे छात्र की तरह बना दिया है जो प्रतिभाशाली है और यूनिट परीक्षाओं में टॉप करता है, लेकिन साल के अंत की परीक्षाओं में लगातार दूसरा स्थान प्राप्त करता है।

तो, वैश्विक टूर्नामेंटों के नॉकआउट में ऐसा क्या है जो भारत और उसके प्रशंसकों को उस परिचित डूबती हुई भावना को फिर से महसूस कराता है? खैर, इसका कोई ठोस जवाब नहीं है. जब फाइनल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल द्रविड़ से यह सवाल पूछा गया, तो वह भी कोई सटीक कारण नहीं बता सके।

“अगर मुझे जवाब पता होता तो मैं यही कहता। ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता. मैं अब तक तीन में शामिल रहा हूं, एक सेमीफ़ाइनल, और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप, और इसमें भी। मुझे बस यही लगता है कि हमने उस दिन वास्तव में अच्छा नहीं खेला। मुझे लगा कि सेमीफ़ाइनल में एडिलेड में हम थोड़े कमज़ोर थे। हम दुर्भाग्य से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में पहला दिन हार गए।”

1983 और 2011 में भारत की पिछली विश्व कप जीत में ये दो कारक थे जिन्होंने कपिल देव और एमएस धोनी को महाकाव्य जीत की पटकथा लिखने के लिए प्रेरित किया। इस 2023 विश्व कप अभियान ने सपने को हकीकत में बदलने का वादा किया, जब तक कि एक सर्व-परिचित डूबती हुई भावना उस आशा को विफल करने के लिए वापस नहीं आ गई।

2023 पुरुष एकदिवसीय विश्व कप में भारत का शानदार प्रदर्शन हाइलाइट पैकेज के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर स्टैंडअलोन रील और शॉर्ट्स में अद्भुत देखने को मिलेगा। लेकिन इसका परिणाम वह नहीं निकला जो हर किसी के दिमाग में था – जर्सी के शिखर पर एक और सितारा (और किट प्रायोजक एडिडास द्वारा 3 की ड्रीम एंथम की पूर्ति) या इतिहास की किताबों में पुरुष वनडे विश्व कप चैंपियन के रूप में जगह।

पाकिस्तान की जनता को लगेगा जोर का करंट! बिजली की कीमतों में प्रति यूनिट हो सकती है बेतहाशा बढ़ोतरी

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पहले से ही महंगाई की मार झेल रही पाकिस्तान की जनता को एक और जोर का झटका लग सकता है। पड़ोसी देश में आने वाले दिनों में बिजली की कीमतों में 3.53 पाकिस्तानी रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हो सकती है। एआरवाई न्यूज की खबर के मुताबिक सेंट्रल पावर परचेजिंग एजेंसी (CPPA) ने नेशनल इलेक्ट्रिक पावर रेगुलेटरी अथॉरिटी (NEPRA) को बिजली की कीमत बढ़ाने का अनुरोध किया है।

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, एनईपीआरए 29 नवंबर को याचिका पर सुनवाई करेगा। बिजली दरों में बढ़ोत्तरी अक्टूबर महीने के मासिक ईंधन समायोजन के तहत की गई है। अगर एनईपीआरए बिजली के दामों को बढ़ाने की मंजूरी देता है तो बिजली उपभोक्ताओं पर 40 अरब रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

इससे पहले, कैबिनेट कमेटी ऑन एनर्जी की बैठक में कहा गया था कि ग्रेड 17 से 21 तक के बिजली डिवीजन के अधिकारियों को मुफ्त बिजली के बदले यूटिलिटी अलाउंस मिलेगा। हालांकि, जल और बिजली विकास प्राधिकरण (WAPDA) कर्मचारी संघ ने फ्री बिजली सुविधा बनी रहे इसके लिए लाहौर में विरोध-प्रदर्शन किया था।

सुप्रीम कोर्ट बोला-किसानों को विलेन मत बनाइए:प्रदूषण को लेकर दिल्ली-पंजाब सरकार से कहा- समस्या सबको पता है, उसे दूर करना आपका काम

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सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को दिल्ली प्रदूषण मामले में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने दिल्ली और पंजाब सरकार से पूछा कि प्रदूषण की समस्या को रोकने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं।

इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के किसानों के साथ हमदर्दी दिखाई। कोर्ट ने कहा कि पराली जलाने वाले किसानों को विलेन बना दिया जाता है। पंजाब सरकार को उन्हें पराली जलाने से रोकने के लिए सहायता राशि देनी चाहिए।

कोर्ट ने दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश सरकार को फटकारते हुए कहा कि बीते छह साल में ये सबसे प्रदूषित नवंबर रहा है। हमें समस्या पता है और उस समस्या को दूर करना आपका काम है।

कोर्ट बोला- दिल्ली और पंजाब की AAP सरकारें प्रदूषण रोकने के लिए एक्शन लें
जस्टिस एसके कॉल और एस धूलिया की बेंच ने पंजाब और दिल्ली की सरकारों से कहा कि पराली जलाए जाने के खिलाफ सख्त एक्शन लें, जिससे दिल्ली के प्रदूषण में इजाफा होता है। कोर्ट ने पंजाब के किसानों के लिए कहा कि पराली जलाने के लिए किसानों को विलेन बना दिया जाता है। कोई उनका पक्ष नहीं सुनता है। किसानों के पास पराली जलाने के लिए कारण जरूर होंगे।

ये पहली बार नहीं है जब सुप्रीम कोर्ट ने इस बात को उठाया है कि प्रदूषण फैलने के मामले सभी तरफ से किसानों को दोषी ठहराया जाता है, लेकिन सुनवाई में उनकी पक्ष नहीं रखा जाता। कोर्ट ने ये भी कहा कि पंजाब सरकार को किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए सहायता राशि देनी चाहिए। पंजाब सरकार को हरियाणा सरकार से सीखना चाहिए।

पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया- पराली जलाने वालों पर 2 करोड़ रुपए जुर्माना
सुनवाई के दौरान पंजाब के अटॉर्नी जनरल ने कहा कि पराली जलाने पर हमने 1 हजार FIR दर्ज की हैं और 2 करोड़ जुर्माना लगाया है। हम पराली में लगी आग को बुझा रहे हैं, लेकिन लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतर रहे हैं।

अटॉर्नी जनरल ने कहा किलोगों का सड़कों पर उतरना एक समस्या है। यह कानून व्यवस्था की स्थिति है। हम आधी रात को भी आग बुझा रहे हैं। अगले सीजन की शुरुआत से ही सख्त कदम उठाए जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने पक्ष सुनने के बाद मामले की अगली सुनवाई 7 दिसंबर निर्धारित की है।

प्रदूषण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने अब तक क्या-क्या कहा…

31 अक्टूबर: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सरकार से पूछा- वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए क्या किया
सुप्रीम कोर्ट ने पांचों राज्यों को निर्देश दिया था कि वे एक हफ्ते में बताएं कि उन्होंने वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए क्या किया। कोर्ट ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग दिल्ली NCR रीजन (CAQM) की रिपोर्ट देखने के बाद चार्ट के रूप में और डीटेल्ड रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया था।

साथ ही दिल्ली NCR रीजन के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग से था कहा कि वह प्रदूषण की समस्या शुरू होने की ड्यूरेशन और AQI के साथ खेतों में पराली जलाने की जमीनी स्थिति बताते हुए सारी चीजें चार्ट के रूप में पेश करे।

7 नवंबर: सुप्रीम कोर्ट बोला- हमारा बुलडोजर चला तो रुकेगा नहीं: दिल्ली के प्रदूषण पर कहा- राजस्थान, UP, पंजाब, हरियाणा पराली जलाना बंद करें

दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण की समस्या पर सुप्रीम कोर्ट में 7 नवंबर को सुनवाई हुई। इस दौरान जस्टिस संजय किशन कौल ने पंजाब, हरियाणा, UP और राजस्थान सरकारों को सख्त आदेश दिया कि पराली जलाना तुरंत बंद किया जाए। प्रदूषण को देखते हुए हमारा सब्र खत्म हो रहा है, अगर हमने एक्शन लिया तो हमारा बुलडोजर रुकेगा नहीं।

10 नवंबर: SC बोला- हमें नतीजे चाहिए, हमारे दखल पर ही एक्शन क्यों, केजरीवाल सरकार बोली- बारिश से एयर क्वालिटी बेहतर, ऑड-ईवन नहीं होगा

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार 10 नवंबर को सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हर साल जब हम दखल देते हैं, तभी एक्शन क्यों लिया जाता है। दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कोर्ट ने कहा कि हम नतीजे देखना चाहते हैं।

जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की बेंच ने सरकार से पूछा कि पिछले 6 साल से आप क्या कर रहे थे। शायद भगवान ने दिल्ली के लोगों की प्रार्थनाएं सुन लीं। इसलिए गुरुवार (9 नवंबर) रात में बारिश हो गई।

प्रदूषण की वजह से सोनिया गांधी जयपुर पहुंचीं:डॉक्टर ने दिल्ली की हवा उनके लिए खतरनाक बताई, दीपावली के दूसरे दिन यहां AQI 400 पार

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से सोनिया गांधी जयपुर गई थीं। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया- यह राजनीति नहीं निजी यात्रा है, क्योंकि दिल्ली की हवा खराब है। सूत्रों की मानें तो डॉक्टर्स ने दिल्ली की जहरीली हुई हवा को सोनिया के लिए खतरनाक बताया था।

सोनिया को इसी साल सितंबर में बुखार की वजह से दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें जनवरी में भी सांस संबंधी समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2020 की सर्दियों में भी सोनिया गांधी अपने डॉक्टरों की सलाह पर गोवा गई थीं।

दिल्ली में AQI फिर 300 पार, हवा बहुत खराब:10 दिन बाद 20 नवंबर से स्कूल खुले; ट्रकों की एंट्री और कंस्ट्रक्शन वर्क से रोक हटी

दिल्ली में सोमवार को हवा की गुणवत्ता बहुत खराब कैटेगरी में रही। सुबह 8 बजे राष्ट्रीय राजधानी में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 310 दर्ज किया गया। वहीं 10 दिन बाद आज दिल्ली के स्कूल खोल दिए गए हैं। प्रदूषण के चलते सरकार ने 8 नवंबर को स्कूलों में 10 दिन के विंटर वेकेशन की घोषणा कर दी थीं।

टेस्ला इंक की अगले साल भारत में एंट्री होगी:जनवरी में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में इसकी घोषणा संभव, मस्क भी भारत आने वाले हैं

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इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने वाली एलन मस्क की कंपनी टेस्ला इंक की अगले साल भारत में एंट्री होने वाली है। भारत के साथ टेस्ला की डील अंतिम चरण में है। ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है। बीते दिनों एलन मस्क ने भी कहा था कि वो अगले साल भारत आने का प्लान कर रहे हैं।

अमेरिका की इस EV कंपनी को भारत अगले साल से देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को आयात करने और दो साल की अवधि के भीतर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की अनुमति देगा। जनवरी में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में इसकी आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है। गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में टेस्ला अपना इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप कर सकता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि टेस्ला भारत में नए प्लांट के लिए शुरुआत में लगभग 2 बिलियन डॉलर, यानी करीब 16,000 करोड़ का निवेश करने की योजना बना रही है। उनकी भारत से 15 बिलियन डॉलर, यानी करीब 1.2 लाख करोड़ तक के ऑटो पार्ट्स खरीदने की भी योजना है। कंपनी लागत कम करने के लिए भारत में कुछ बैटरियां बनाने पर विचार कर रही है।

पीयूष गोयल ने टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसेलिटी विजिट की थी
हाल ही में कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कैलिफोर्निया में टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसेलिटी विजिट की थी। हालांकि, इस दौरान कंपनी के मालिक एलन मस्क मौजूद नहीं थे। उन्होंने एक X पोस्ट में लिखा- ‘आपका टेस्ला में आना सम्मान की बात है! आज कैलिफोर्निया नहीं आ पाने के लिए मुझे खेद है, लेकिन मैं फ्यूचर डेट में मीटिंग की आशा रखता हूं।’

पीयूष गोयल ने तस्वीरें शेयर करते हुए X पर लिखा था- ‘प्रतिभाशाली भारतीय इंजीनियरों और फाइनेंस प्रोफेशनल्स को सीनियर पोजिशन पर काम करते हुए और टेस्ला की रिमार्केबल जर्नी में योगदान करते हुए देखकर बेहद खुशी हुई।’ गोयल ने कहा- ‘एलन मस्क की मैग्नेटिक प्रेजेंस को मिस किया और मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

इसी साल जून में प्रधानमंत्री मोदी से मिले थे मस्क
इसी साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्यूयॉर्क में टेस्ला के CEO एलन मस्क ने मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद मस्क ने कहा था- भारत में दुनिया के किसी भी बड़े देश की तुलना में अधिक संभावनाएं हैं। मैं भारत के भविष्य को लेकर उत्साहित हूं। मैं मोदी का फैन हूं। यह एक शानदार मुलाकात थी और मैं उन्हें काफी पसंद करता हूं।

PM मोदी ने भी इस मुलाकात की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा- ‘आज आपसे शानदार मुलाकात हुई एलन मस्क। हमने ऊर्जा से लेकर आध्यात्मिकता तक के इश्यूज पर बातचीत की।’

पिछले साल टेस्ला और सरकार के बीच नहीं बनी थी बात

  • पिछले साल टेस्ला ने भारत आने की इच्छा जताई थी, लेकिन तब कंपनी और सरकार के बीच बात नहीं बन पाई थी। टेस्ला ने सरकार से पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी।
  • कंपनी चाहती थी कि उसकी गाड़ियों को लग्जरी नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए, लेकिन सरकार ने कहा था कि दूसरे देशों से इंपोर्ट किए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ या कम करने का कोई भी इरादा नहीं है।
  • सरकार ने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है तो इंपोर्ट पर छूट देने पर विचार किया जाएगा। हालांकि, मस्क चाहते थे कि पहले भारत में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद प्लांट लगाने का विचार किया जाएगा।
  • 27 मई 2022 को भी एक ट्वीट में रिप्लाई करते हुए एलन मस्क ने कहा था, ‘टेस्ला ऐसे किसी लोकेशन पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी जहां उसे पहले से कारों को बेचने और सर्विस की परमिशन नहीं है।’