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शुभमन गिल और बेन स्टोक्स फिर आमने सामने, आईसीसी अवार्ड के लिए टक्कर

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शुभमन गिल ने टीम इंडिया का टेस्ट कप्तान बनते ही बैट से कमाल का प्रदर्शन किया। इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में खेली गई पांच मैचों की सीरीज में गिल ने रनों का पहाड़ सा खड़ा कर दिया। उन्होंने कई सारे कीर्तिमान अपने नाम ​करने में कामयाबी हासिल की। अब उन्हें आईसीसी का भी एक बड़ा अवार्ड मिल सकता है, लेकिन इसके लिए कुछ इंतजार करना होगा और गिल की टक्कर दो और धाकड़ खिलाड़ियों से होगी। बाजी कौन मारेगा, ये देखना होगा।

स्टोक्स और मुल्डर से है गिल की सीधी टक्कर
आईसीसी ने जुलाई के महीने के लिए प्लेयर ऑफ द मंथ के नॉमिनेशन का ऐलान कर दिया है। इसमें भारतीय कप्तान शुभमन गिल के अलावा इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स का भी नाम शामिल है। लिस्ट में तीसरा नाम वियान मुल्डर का है, जिन्होंने पिछले महीने तिहरा शतक लगाकर सनसनी सी मचा दी थी। गिल के लिए जुलाई का महीने काफी शानदार रहा। उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में 567 रन बना दिए और उनका औसत 94.50 का रहा। ध्यान रखिएगा कि भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज जून से शुरू होकर अगस्त तक चली है, लेकिन जुलाई में जो कुछ गिल ने किया है, उसे ही यहां पर कंसीडर किया जाएगा।

एजबेस्टन टेस्ट में गिल ने किया था कमाल का प्रदर्शन
जुलाई महीने में शुभमन गिल के लिए एजबेस्टन टेस्ट सबसे ज्यादा खास रहा। जहां उन्होंने मैच की पहली पारी में 269 और उसके बाद उसी मैच की दूसरी पारी में 161 रन बना दिए थे। यानी दोनों पारियों में मिलाकर गिल ने 430 रन ठोक दिए थे। एक टेस्ट की दोनों पारियों में इससे ज्यादा रन केवल ग्राहम गूच ने ही बनाए थे, जब उन्होंने 456 रन बनाने में कायमाबी हासिल की थी। इसके बाद ओल्ड ट्रैफर्ड में गिल ने फिर से 103 रनों की शतकीय पारी खेली।

वियान मुल्डर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ ठोका तिहरा शतक
इसके बाद बात करते हैं इस अवार्ड के दूसरे दावेदार वियान मुल्डर की। जिन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली गई दो मैचों की टेस्ट सीरीज में कमाल का खेल दिखाया। सीरीज के दूसरे मुकाबले में वियान मुल्डर ने 367 रन बना दिए थे, तब लग रहा था कि मुल्डर ​ब्रायन लारा के 400 रनों का भी रिकॉर्ड तोड़ देंगे, लेकिन मुल्डन ने कप्तान रहते हुए खुद ही अपनी पारी घोषित कर दी और लारा के रिकॉर्ड की ओर रुख ही नहीं किया। इसके बाद भी वे उन्होंने साउथ अफ्रीका के कप्तान रहते हुए सबसे बड़ी पारी तो खेल ही दी है। सीरीज में मुल्डर ने 531 रन बनाए और उनका औसत 265.50 का रहा है।

बेन स्टोक्स भी एक प्रमुख दावेदार
अब बात करते हैं बेन स्टोक्स का। बेन स्टोक्स ने भारत के खिलाफ सीरीज के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन किया। वे कप्तान तो रहे ही, साथ ही साथ गेंद और बल्ले से भी अपनी टीम की जीत में अहम योगदान निभाते हुए नजर आए। जुलाई के महीने में बेन स्टोक्स ने भारत के खिलाफ 251 रन बनाए, यहां उनका औसत 50.20 का था, वहीं उन्होंने 26.33 के औसत से 12 विकेट भी अपने नाम किए। उनकी खास बात ये रही कि स्टोक्स को लगातार दो मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड भी दिया गया।

मध्य प्रदेश में चलेगा “हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता” अभियान, जानें क्या होंगी इसकी खासियत

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मध्यप्रदेश में “हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता: स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग” अभियान को पूरे उत्साह के साथ लागू किया जा रहा है। प्रदेश सरकार का यह अभियान न केवल राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देगा बल्कि स्वच्छता और जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों को भी जोड़ेगा।

अभियान का उद्देश्य
“हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता” अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक नागरिक को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित करना है। यह अभियान लोगों में देशभक्ति की भावना को जागृत करने के साथ-साथ राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान को बढ़ावा देगा। यही नहीं प्रदेश सरकार का यह अभियान स्वच्छता और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाकर यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को भी मजबूती प्रदान करता है। मध्यप्रदेश सरकार इस अभियान को जन-आंदोलन के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि हर नागरिक इस उत्सव का हिस्सा बन सके। इस वर्ष यह अभियान 2 से 15 अगस्त 2025 तक तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा।

पहला चरण (2 से 8 अगस्त)
इस अभियान के अंतर्गत 2 से 8 अगस्त तक देशभक्ति के वातावरण का जागरण तथा तिरंगे पर केन्द्रित सार्वजनिक कार्यक्रम, चर्चाएं आयोजित की जाएंगी। इस चरण में स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों को तिरंगे से प्रेरित कला और रंगोली से सजाया जाएगा। तिरंगे के इतिहास पर आधारित प्रश्नोत्तरी, तिरंगा राखी निर्माण कार्यशालाएं और पत्र लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। सार्वजनिक स्थानों पर तिरंगे के रंगों से बनी बुनाई का प्रदर्शन भी होगा।

दूसरा चरण (9 से 12 अगस्त)
द्वितीय चरण में तिरंगा महोत्सव के रूप में बड़े पैमाने पर आयोजन होंगे। सामुदायिक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम, तिरंगा यात्राएं और सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। अभियान के दूसरे चरण में 9 से 12 अगस्त तक लोगों को साथ लाने, व्यापक प्रचार-प्रसार, ध्वजों की उपलब्धता तथा सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगे की दृश्यता के लिये कार्य किये जाएंगे। स्थानीय उत्पादों पर केंद्रित तिरंगा मेला, तिरंगा केसर्ट, तिरंगा बाइक/तिरंगा साइकिल रैली, उच्च जनभागीदारी के साथ तिरंगा यात्रा, तिरंगा ध्वज की बिक्री और समुचित व्यवस्था, मानव श्रृंखला निर्माण, तिरंगा गान जैसे कार्यक्रम होंगे।

तीसरा चरण (13 से 15 अगस्त)
अभियान के तीसरे चरण में 13 से 15 अगस्त तक घर, कार्यालयों तथा वाहनों पर तिरंगा लगाने, सेल्फी अपलोड, सर्वत्र तिरंगे की दृश्यता तथा संस्कृति मंत्रालय के साथ सूचनाओं का सतत आदान-प्रदान किया जायेगा। हर जगह तिरंगा दृश्यता, तिरंगा के साथ रिकॉर्ड इत्यादि महत्वपूर्ण कार्यक्रम किये जाएंगे। इस चरण में सभी शासकीय भवनों, शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालयों, और सार्वजनिक स्थानों पर तिरंगा फहराया जाएगा।

मध्यप्रदेश सरकार ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। संस्कृति विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त सहयोग से चलने वाले इस अभियान की परिकल्पना सामूहिक उत्सव और नागरिक एकता की भावना पर आधारित है, जिसमें स्वतंत्रता के सार को स्वच्छता और सुजलता के संकल्प के साथ जोड़ा गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित जल आपूर्ति, प्रभावी “जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य’’ और बेहतर स्वच्छता सुनिश्चित करने से प्रधानमंत्री श्री मोदी के संकल्प को बल मिलेगा। इस अभियान के तहत स्वच्छता और जल संरक्षण से संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।

ग्राम पंचायतों में आयोजित होंगी विविध गतिविधियां
अभियान में स्वच्छ भारत मिशन (एसवीएम-जी) और जल-जीवन मिशन (जेजेएम) के अंतर्गत गांवों, ग्राम पंचायतों में विविध गतिविधियां होंगी, जिनमें स्वच्छ सुजल गांव प्रतिज्ञाएं, सामुदायिक सफाई अभियान, परिसंपत्तियों की सफाई, जागरूकता गतिविधियां, जल-संरक्षण और 15 अगस्त 2025 को अमृत सरोवर, सार्वजनिक स्थानों आदि सहित प्रमुख वाश अवसंरचना स्थलों पर ध्वजारोहण समारोह शामिल है। यह प्रतीकात्मक कार्य सुरक्षित जल और स्वच्छता तक पहुंच द्वारा लाई गई स्वतंत्रता, गरिमा और कल्याण को दर्शाता है।

इस अभियान में जिलों, ब्लॉकों और ग्राम पंचायतों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। इसमें स्थानीय संस्थाओं, ग्राम जल सेवा समितियों, स्वयं सहायता समूहों, पंचायती राज संस्थाओं, स्वयं-सेवकों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को इस अभियान का नेतृत्व करने और इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित किया जायेगा। इस अभियान में पंचायतें, स्वयं सहायता समूह, स्कूलों के छात्र, ग्राम जल समितियां और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता शामिल होंगे। अभियान को सफल बनाने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी संभागायुक्तों, कलेक्टरों और संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए हैं।

देशभक्ति, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा मंच
यह अभियान केवल तिरंगा फहराने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देशभक्ति, स्वच्छता, और पर्यावरण संरक्षण को एक मंच पर लाता है। मध्यप्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में इस अभियान को उत्सव के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें स्कूली बच्चे, युवा, और समुदाय के सभी वर्ग सक्रिय रूप से भाग लेंगे। तिरंगा राखी निर्माण और रंगोली प्रतियोगिताएँ बच्चों और युवाओं में रचनात्मकता और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देंगी। “हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता: स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग” अभियान मध्यप्रदेश में स्वतंत्रता के उत्सव को एक नया आयाम देगा। यह अभियान न केवल राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान को बढ़ाएगा, बल्कि स्वच्छता और जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक लक्ष्यों को भी प्राप्त करने में सहायता करेगा। मध्यप्रदेश की जनता से अपील है कि वे इस अभियान में पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लें और अपने घरों पर तिरंगा फहराकर देशभक्ति की भावना को और मजबूत करें।

राज्यसभा में हंगामा: सभापति की तरफ जाने वाली सीढ़ियों पर खड़ी हो गईं TMC सांसद, महिला मार्शलों को बुलाना पड़ा

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राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों ने आज जमकर हंगामा किया। हालात कुछ इस तरह बन गए कि सदन में महिला मार्शलों को बुलाना पड़ गया। हालांकि हंगामे के बीच समुद्र में माल वहन विधेयक 2025 ध्वनि मत से पास कर दिया गया।नई दिल्ली: राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों ने आज जमकर हंगामा किया। आज राज्यसभा की कार्रवाई जैसेही 2 बजे शुरू हुई, सदन में विपक्ष के तमाम सांसदों ने SIR पर चर्चा करने की मांग के साथ हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच टीएमसी के सांसद वेल में पहुंचे और SIR को लेकर नारेबाजी करने लगे।इसी दौरान टीएमसी की सांसद ममता बाला ठाकुर सभापति की तरफ जाने वाली सीढ़ियों पर जाकर खड़ी हो गईं , सदन में खड़े मार्शल ने उन्हें रोकने की कोशिश की और इसके बाद सदन में और महिला मार्शलों को बुलाया गया।

हंगामे के बीच उपसभापति ने नेता विपक्ष को बोलने का जब मौका दिया तो उन्होंने कहा ‘नियम एक होना चाहिए, सदस्य चाहें इधर के हों या उधर के, सदस्य जब बात करते हैं, सदन में व्यवधान होता है। प्वाइंट आफ ऑर्डर उठाए जाने के लिए एक पक्ष को अनुमति न देना और दूसरे पक्ष को इस समय अपने भाषण करने की अनुमति देना, पूरी तरह से अव्यवहारिक है और संसदीय परंपरा में इसके लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

जेपी नड्डा ने दिया ये जवाब
इस पर नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा, “जो सदन में व्यवधान कर रहे हैं, उन्हें प्वाइंट आफ ऑर्डर की तो बात ही नहीं करनी चाहिए। नड्डा ने कहा कि सदन को ऑर्डर में करना सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों का ही काम है लेकिन जिस तरह से हंगामा हो रहा है, उसे देखकर यही कह सकते हैं कि प्वाइंट आफ ऑर्डर उठाने का अधिकार उनको नहीं है जो व्यवधान के अधिकारी हैं।”

विपक्ष के जिन सांसदों को समुद्र माल वहन विधेयक 2025 बिल पर बोलना था वो अपनी सीट पर जाकर SIR पर चर्चा हो, यही बात माइक में बोले।

समुद्र में माल वहन विधेयक 2025 ध्वनि मत से पास
हंगामे के बीच उपसभापति ने सदन की कार्यवाही जारी रखी और हंगामे के बीच ही समुद्र में माल वहन विधेयक 2025 ध्वनि मत से आज राज्य सभा में पास कर दिया गया।

अजब एमपी में कुपोषण से जंग की गजब कहानी, गौमाता के भोजन के लिए 40 रुपये तो बच्चों के लिए दिए सिर्फ 8-12 रुपये

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कुपोषित बच्चों के पोषण के लिए सरकार 8-12 रुपये प्रतिदिन दे रही है जबकि गायों के भोजन के लिए 40 रुपये दिया जा रहा है। इस मामले की जानकारी सरकार ने विधानसभा में दी है।भोपालः मध्य प्रदेश में कुपोषण के खिलाफ जंग जारी है लेकिन सरकार ये जंग कुछ अनोखे ढंग से लड़ रही है। कुपोषित बच्चों के पोषण के लिए सरकार के पास हैं सिर्फ 8-12 रुपए, लेकिन गौशालाओं की गौमाता के भोजन के लिए 40 रुपये। जी हां, ये कोई आंकड़ों की गलती नहीं है, बल्कि सरकारी दस्तावेजों में दर्ज सच्चाई है। सामान्य बच्चों के पोषण के लिए सरकार 8 रुपये तो कुपोषित बच्चों के लिए सरकार 12 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से दे रही है।

कुपोषण को लेकर विधानसभा में हंगामा

मध्य प्रदेश में कुपोषण से निपटने की जंग सरकार कैसे लड़ रही है इसका जवाब जब विधानसभा में आया तो जमकर हंगामा खड़ा हो गया। दरअसल सरकार ने जवाब में बताया कि अति गंभीर कुपोषित बच्चों को प्रतिदिन 12 रुपये पूरक पोषण आहार भारत सरकार द्वारा दिया जाता है।

कांग्रेस बोली- नेता 19 हजार रुपये का बादाम-काजू खा रहे लेकिन बच्चों को दे रहे 12 रुपये

यह तब है जब मध्य प्रदेश सरकार गौशाला में गौ माता के लिए आहार के लिए विधानसभा में 40 रुपये प्रतिदिन की घोषणा कर चुकी है। कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने कहा यहां ₹19000 के काजू बादाम खा जाते हैं और कुपोषित बच्चों के लिए दिन में मात्र ₹12 दिए जा रहे हैं।

दरअसल मध्य प्रदेश में कुपोषण एक गंभीर और लगातार बढ़ती समस्या है। श्योपुर, धार, खरगोन, बड़वानी, छिंदवाड़ा और बालाघाट जैसे आदिवासी बहुल जिलों में हालात बेहद चिंताजनक हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक कई जिलों में हर चार में से एक बच्चा गंभीर रूप से कुपोषित है।

51% के बंपर प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ ये IPO, 3 दिन में मिला था 100 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन

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लिस्टिंग के दौरान कंपनी का मार्केट कैप 12,180.53 करोड़ रुपये रहा। बताते चलें कि आदित्य इंफोटेक का आईपीओ 29 जुलाई को खुला था और 31 जुलाई को बंद हुआ था।सीपी प्लस नाम से वीडियो सिक्यॉरिटी और सर्विलांस प्रॉडक्ट्स, सॉल्यूशन्स और सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी Aditya Infotech का आईपीओ आज शेयर बाजार में लिस्ट हो गया। मंगलवार को शेयर बाजार में कंपनी की लिस्टिंग शानदार रही और इसके शेयर अपने इश्यू प्राइस 675 रुपये से करीब 51 प्रतिशत की उछाल के साथ लिस्ट हुए। एनएसई पर कंपनी के शेयर अपने इश्यू प्राइस से 50.37 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1015 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए और फिर बाद में ये 52.73 प्रतिशत चढ़कर 1032 रुपये के लेवल पर पहुंच गए। बीएसई पर इसने 50.81 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1018 रुपये पर कारोबार की शुरुआत की और बाद में ये 53.34 प्रतिशत चढ़कर 1035.05 रुपये प्रति शेयर पर आ गया।

IPO को मिला था 100 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन
लिस्टिंग के दौरान कंपनी का मार्केट कैप 12,180.53 करोड़ रुपये रहा। बताते चलें कि आदित्य इंफोटेक का आईपीओ 29 जुलाई को खुला था और 31 जुलाई को बंद हुआ था। सीपी प्लस के नाम से सीसीटीवी कैमरे बनाने के लिए मशहूर इस कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का छप्परफाड़ समर्थन मिला था। आदित्य इंफोटेक के आईपीओ को कुल 100.69 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। QIB कैटेगरी के निवेशकों ने अपने कोटे (60,65,625 शेयर) की तुलना में इस आईपीओ के लिए सबसे ज्यादा 133.21 गुना सब्सक्राइब किया था। इसके अलावा, रिटेल निवेशकों ने भी इस आईपीओ के लिए 50.87 गुना सब्सक्राइब किया था।

कंपनी ने फिक्स किया था 640-675 रुपये का प्राइस बैंड
आदित्य इंफोटेक अपने इस आईपीओ के जरिए 1300.00 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिसके लिए कुल 1,92,59,258 शेयर जारी किए गए थे। इस आईपीओ के तहत 500 करोड़ रुपये के 74,07,407 नए शेयर जारी किए गए हैं और 800.00 करोड़ रुपये के 1,18,51,851 शेयर ओएफएस के जरिए जारी किए गए हैं। कंपनी ने अपने आईपीओ के तहत, 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर के लिए 640-675 रुपये का प्राइस बैंड फिक्स किया था। आदित्य इंफोटेक ने अपने कर्मचारियों को प्रत्येक शेयर पर 60 रुपये का डिस्काउंट ऑफर किया था।

NDA की अहम बैठक, PM Modi ने अमित शाह की खूब तारीफ की, क्या क्या कहा, जानें पूरी डिटेल्स

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जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा दिया जाएगा या उपराष्ट्रपति के चुनाव को लेकर मंथन होगी। आज पांच अगस्त है और आज का दिन खास है, पीएम मोदी की एनडीए सहयोगियों के साथ बैठक जारी है। क्या फैसला लेंगे पीएम मोदी?दिल्ली, मुंबई, श्रीनगर, पटना और कोलकाता से लेकर इस्लामाबाद और रावलपिंडी तक चर्चा गरम है, क्योंकि आज 5 अगस्त है और पीएम मोदी अहम बैठक कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि पांच अगस्त को बहुत कुछ बड़ा होने वाला है। बता दें कि संसद का मानसून सत्र चल रहा है और इस बीच धानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल की बैठक को संबोधित करने वाले हैं। पीएम मोदी की इस बैठक पर सबकी निगाहें टिकी हैं कि इस बैठक में क्या फैसला होने वाला है। इस बैठक में सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसद शामिल हैं और यह महत्वपूर्ण-सत्रीय बैठक होगी, जो काफी अंतराल के बाद हो रही है।

NDA संसदीय दल में पीएम मोदी ने कहा –
प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए बैठक में अमित शाह की खूब प्रशंसा की, पीएम ने कहा कि वह अब सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले केंद्रीय गृह मंत्री हैं।

पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में डिटेल जानकारी दी । विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा मांग कर पछता रहा होगा।

पांच अगस्त को ही राम जन्मभूमि का भूमि पूजन हुआ था और ये बहुत महत्वपूर्ण दिन है।

साथ ही कांग्रेस जम्मू कश्मीर में संविधान को लागू करना ही नहीं चाहती थी, हमने धारा 370 को हटाकर संविधान लागू किया जम्मू कश्मीर में।

प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों को अपने अपने क्षेत्रों को घर घर तिरंगा अभियान मनाने के लिए कहा।

इसके अलावा राष्ट्रीय खेल दिवस (29 August )और राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (23 august) भी अपने अपने क्षेत्रों में जाकर मनाने के लिए सांसदों को दिए निर्देश।

पहलगाम टेरर अटैक में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि

एनडीए संसदीय दल की मीटिंग में पहलगाम टेरर अटैक में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके साथ ही भारतीय सेना के शौर्य और पाकिस्तान को बेनक़ाब करने के लिए भेजे गये डेलीगेशन पर प्रस्ताव भी आया। एनडीए की यह बैठक संसद के मानसून सत्र में गतिरोध के बीच हो रही है, जो पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिवसीय बहस को छोड़कर, काफी हद तक बाधित रहा है। विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में कार्यवाही रोक दी है।

उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला

यह बैठक उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया से पहले हो रही है, जो 7 अगस्त से शुरू हो रही है। एनडीए के पास निर्वाचक मंडल में बहुमत होने के कारण, यदि चुनाव लड़ा जाता है तो उसके उम्मीदवार के 9 सितंबर को होने वाले चुनाव में आसानी से जीत हासिल करने की उम्मीद है। पीटीआई द्वारा उद्धृत सूत्रों के अनुसार, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को अंतिम रूप देने के लिए सहयोगी दलों के साथ समन्वय कर सकते हैं।

कलचुरी महासभा का 90वां स्थापना दिवस कल, जातिगत जनगणना में ‘कलचुरी’ उपनाम जोड़ने पर होगी राष्ट्रव्यापी रणनीति पर चर्चा

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भोपाल। अखिल भारतवर्षीय हैहय कलचुरी महासभा का 90वां स्थापना दिवस समारोह कल शनिवार जे राजधानी भोपाल स्थित एलएनसीटी विश्वविद्यालय परिसर (कोलार रोड) के सभागार में उत्साह एवं गौरव के साथ आयोजित किया जाएगा। महासभा के राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट एम.एल. राय ने बताया कि 2 अगस्त को दोपहर 3 बजे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक तथा 3 अगस्त को प्रातः 10 बजे से स्थापना दिवस समारोह एवं खुला मंच कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस भव्य आयोजन में देशभर से कलचुरी समाज के प्रतिष्ठित समाजसेवी, बुद्धिजीवी, प्रतिनिधि एवं राष्ट्रीय पदाधिकारी भाग लेंगे। समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जय नारायण चौकसे करेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय सलाहकार श्री शंकरलाल राय, महासचिव एडवोकेट एम.एल. राय, प्रदेश अध्यक्ष श्री पंकज चौकसे, संगठन महासचिव श्री ओपी चौकसे, कार्यालय महासचिव श्री वीरेंद्र ‘पप्पू’ राय, प्रचार महासचिव श्री हरिराम राय समेत अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी मंच पर उपस्थित रहेंगे।

‘कलचुरी’ उपनाम को लेकर होगी महत्वपूर्ण चर्चा

समारोह में एक विशेष विमर्श जातिगत जनगणना में ‘कलचुरी’ शब्द को जाति नाम से पूर्व जोड़ने की रणनीति पर केंद्रित रहेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जय नारायण चौकसे ने कहा कि कलार, कलाल, कलवार आदि उपसमाजों की पहचान अलग-अलग उपनामों से हो रही है, जिससे समाज की वास्तविक संख्या का आंकलन सही ढंग से नहीं हो पाता। अतः ‘कलचुरी’ उपनाम जोड़ने से समाज की एकरूपता और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान सशक्त होगी। यह प्रस्ताव सभी सदस्यों के समक्ष विचारार्थ रखा जाएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि मध्यप्रदेश के प्राचीन धार्मिक नगर महेश्वर को ‘माहिष्मति कलचुरी धाम’ के रूप में विकसित किया जाएगा तथा वहां भगवान श्री सहस्रबाहु की विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। उन्होंने समाज के युवाओं से सोशल मीडिया पर कलचुरिधाम के प्रचार-प्रसार की अपील की।

देशभर से आएंगे प्रतिनिधि और अतिथि

समारोह में भोपाल सहित देश के विभिन्न राज्यों से समाज के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। जिनमें जयपुर से शिवचरण हाड़ा, केरल से राजेन्द्र बाबू, पंजाब से तेगबीर सिंह, हैदराबाद से लक्ष्मण गौड, तेलंगाना से फिल्म अभिनेता जय हिंद गौड, नागपुर से चंद्रपाल चौकसे, कोटा से पंकज जायसवाल, गुजरात से एडवोकेट नरेश जायसवाल, बिलासपुर से मनोज राय, बांसवाड़ा से हरीशचंद कलाल, अमरावती से रेखा ताई, तमिलनाडु से सी.जी. गौड, तेलंगाना से शिवा प्रसाद, दिल्ली से पूनम चौधरी व नेहा गुप्ता, ग्वालियर से नीलम शिवहरे, समीक्षा गुप्ता व गायत्री शिवहरे। प्रदेश प्रचार सचिव श्री राजेश राय ने समाज के सभी संगठनों, पदाधिकारियों और सदस्यों से अपील की है कि वे इस राष्ट्रीय आयोजन में सपरिवार भाग लेकर इसे ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण बनाएँ।

भारत पर 25% टैरिफ के ऐलान के बाद फिर आया डोनाल्ड ट्रम्प का बयान, इस बार कह दी ये अहम बात

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, कि प्रधानमंत्री मोदी मेरे मित्र हैं, लेकिन व्यापार के लिहाज से वे हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार नहीं करते, क्योंकि टैरिफ बहुत ज़्यादा है।भारत पर अमेरिकी की तरफ से 25 प्रतिशत टैरिफ (आयात शुल्क) लगाने की घोषणा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नया बयान आया है। इस बयान में जब उनसे पूछा गया कि ‘क्या वे भारत के साथ टैरिफ पर बातचीत के लिए तैयार हैं’ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “हम अभी उनसे बात कर रहे हैं। देखते हैं क्या होता है। ANI की खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सबसे ज्यादा या लगभग सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाला देश था, हम अभी भारत के साथ बातचीत कर रहे हैं।
ट्रम्प ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी मेरे मित्र हैं, लेकिन…
खबर के मुताबिक, भारत पर 25% टैरिफ और जुर्माना लगाने की घोषणा पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, कि प्रधानमंत्री मोदी मेरे मित्र हैं, लेकिन व्यापार के लिहाज से वे हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार नहीं करते, क्योंकि टैरिफ बहुत ज़्यादा है। इस समय दुनिया में उनका टैरिफ सबसे ज्यादा है। वे इसमें काफी कटौती करने को तैयार हैं। लेकिन देखते हैं क्या होता है…”

ट्रम्प को नहीं भा रही रूस से भारत की नजदीकियां
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बीते बुधवार को कहा कि अमेरिका भारत से आने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाएगा, साथ ही भारत द्वारा रूसी तेल खरीदने के कारण अतिरिक्त आयात कर भी लगाएगा। AP की खबर के मुताबिक, रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने आगे कहा कि भारत रूस से सैन्य उपकरण और तेल खरीदता है, जिससे यूक्रेन में मास्को का युद्ध संभव हो पाता है। इसलिए, उनका इरादा शुक्रवार से कई देशों पर अपने प्रशासन के संशोधित टैरिफ़ लागू करने के तहत अतिरिक्त “जुर्माना” वसूलने का है।

वाणिज्य मंत्रालय का बयान
भारत के वाणिज्य मंत्रालय ने ट्रम्प के 25 प्रतिशत टैरिफ के ऐलान के बाद एक बयान में कहा कि भारत और अमेरिका पिछले कुछ महीनों से एक “निष्पक्ष, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी” द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं और नई दिल्ली इस उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध है।

एक भारतीय अधिकारी ने कहा कि भारत पर लगाए गए नए टैरिफ से अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना कर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का उसका लक्ष्य जटिल हो सकता है। वाशिंगटन लंबे समय से नई दिल्ली के साथ गहरी साझेदारी विकसित करने की कोशिश कर रहा है, जिसे चीन के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में देखा जाता है।

पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलेगी टीम इंडिया, खिलाड़ी नहीं हैं तैयार

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इंडिया और पाकिस्तान के बीच होने वाला मुकाबला अब नहीं होगा। वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स यानी डब्ल्यूसीएल के सेमीफाइनल में इंडिया और पाकिस्तान का मैच होना था, जो अब नहीं होगा। पता चला है कि भारतीय खिलाड़ियों ने इस मैच में खेलने से इन्कार कर दिया है। इससे इंडियन टीम का सफर इस टूर्नामेंट में खत्म हो गया है। इससे पहले भी लीग चरण का मैच भी नहीं हो पाया था। इंडिया के प्लेयर्स ने खेलने से कर दिया इन्कार
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स यानी डब्ल्यूसीएल के सेमीफाइनल में चार टीमों ने अपनी जगह पक्की है, इसमें भारत और पाकिस्तान के अलावा साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। पहला सेमीफाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच 31 जुलाई को होना था, लेकिन अब ये मैच नहीं होगा। पता चला है कि भारतीय प्लेयर्स ने इस मैच में खेलने से मना कर दिया है। पीटीआई को सूत्रों के हवाले से पता चला है कि भारतीय चैंपियंस लीग का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों ने बर्मिंघम में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स के सेमीफाइनल में पाकिस्तान चैंपियंस लीग के खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया है। यानी मैच अब नहीं होगा।

लीग चरण में भी नहीं हो पाया था मुकाबला
इससे पहले आपको याद ही होगा कि जब इसी टूर्नामेंट के लीग चरण में इंडिया और पाकिस्तान का मैच होना था, उस वक्त भी भारतीय प्लेयर्स ने खेलने से मना कर दिया था। इसके बाद भारत और पाकिस्तान को एक एक अंक दे दिया गया था। लेकिन अब चूंकि सेमीफाइनल है, इसलिए इंडिया की टीम टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी। लेकिन क्या पाकिस्तान की टीम सीधे सेमीफाइनल में जाएगी, इसके लिए इंतजार करना होगा। शिखर धवन, हरभजन सिंह,इरफान पठान, सुरेश रैना और यूसुफ पठान आदि पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह के रिश्ते रखने के तैयार नहीं हैं। चाहे इसके लिए उन्हें कुछ कीमत ही क्यों ना चुकानी पड़े।

टूर्नामेंट के होने पर ही मंडरा रहा संकट
इस बीच ताजा घटनाक्रम के तहत ये भी हुआ कि जैसे ही पाकिस्तान की टीम सेमीफाइल में पहुंची, इस टूर्नामेंट के मुख्य स्पॉन्सर ईज माई ट्रिप ने भी इससे अपना हाथ खींच लिया है। इस कंपनी के संस्थापक निशांत पिट्टी हैं, उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस बारे में अपनी बात कही है। यानी टूर्नामेंट के भविष्य भी अब खतरा सा मंडराता हुआ नजर आ रहा है।

किसानों के लिए जरूरी सूचना, सरकार ने फसल बीमा योजना में किए बड़े बदलाव- जानें क्या होगा फायदा

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केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) में बदलाव करते हुए जरूरी और महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी जानकारी दी। शिवराज सिंह चौहान ने इन सुधारों की घोषणा करते हुए आंध्र प्रदेश की पिछली जगन रेड्डी सरकार की वजह से किसानों को हुए नुकसान का जिक्र किया। सरकार इन बदलावों से राज्य सरकारों की चूक के कारण किसानों को होने वाले नुकसान से बचाना और उचित लाभ पहुंचाना है। बताते चलें कि राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने संसद में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर सरकार से सवाल किए थे।आंध्र प्रदेश के किसानों को हुआ था भारी नुकसान
हनुमान बेनीवाल के प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि मोदी सरकार ने पूर्ववर्ती राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (NAIS) को PMFBY में बदल दिया, जिसमें किसानों को हुए नुकसान के दावों का 21 दिनों के अंदर निपटान करने का आदेश दिया गया। इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश में उभरे एक गंभीर मुद्दे पर प्रकाश डाला। कृषि मंत्री ने कहा, ”कुछ राज्यों ने घोषणा की थी कि वे किसान बीमा प्रीमियम का खर्च खुद उठाएंगे। लेकिन, आंध्र प्रदेश में तत्कालीन जगन सरकार लगातार 3 सालों तक प्रीमियम में अपने राज्य के हिस्से का योगदान करने में विफल रही। जिसकी वजह से आंध्र प्रदेश के किसानों को भारी नुकसान हुआ क्योंकि उन्हें उनके उचित फसल बीमा का लाभ नहीं मिला।”

राज्यों को देना पड़ेगा 12 प्रतिशत का ब्याज
शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के प्रति केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए, शिवराज सिंह ने कहा कि इस “बुरे अनुभव” के कारण प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में मूलभूत संशोधन करना पड़ा। संशोधित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत, केंद्र सरकार अब फसल बीमा के लिए अपना हिस्सा देगी, चाहे राज्य सरकार अपना प्रीमियम अंशदान पूरा करे या नहीं। मंत्री ने कहा, “अगर कोई राज्य सरकार अपना हिस्सा नहीं देती है तो उस पर 12% का ब्याज लगाया जाएगा और वह राशि सीधे किसानों के खातों में जमा की जाएगी। सरकार के इस कदम का उद्देश्य राज्य स्तर पर अधिकारियों द्वारा की जाने वाली देरी और राजनीतिक निष्क्रियता से किसानों की रक्षा करना है, ताकि उन्हें समय पर फसल बीमा का लाभ मिल सके।