Home Blog Page 9

दिल्ली विधानसभा चुनाव: केजरीवाल का एक और बड़ा दांव, RWA के लिए की ये खास घोषणा

0

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर अरविंद केजरीवाल ने एक और बड़ा दांव चला है। केजरीवाल ने रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के लिए बड़ा ऐलान किया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2024 का बिगुल फूंका जा चुका है। इस बार दिल्ली में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के बीच है। सभी राजनीतिक दलों की ओर से जनता को लुभाने के लिए एक के बाद एक कई बड़ी घोषणाएं की जा रही हैं। इस बीच आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने एक और बड़ी घोषणा कर दी है। अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि अगर दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत होती है तो रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) को प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड रखने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
भाजपा को दिल्लीवालों की परवाह नहीं- केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी की जमकर आलोचना की। केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने दिल्ली के निवासियों की भलाई की परवाह नहीं की है। यही कारण है कि भाजपा दिल्ली में 27 वर्ष से सत्ता से दूर हैं।

दिल्ली को क्राइम कैपिटल बना दिया गया- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली को केंद्र सरकार ने क्राइम कैपिटल बना दिया है। लोग डरे हुए हैं। केजरीवाल ने कहा- “बीजेपी को दिल्ली से कोई लेना देना नहीं हैं। मुझे तो लेना देना है। अगर आप की सरकार बनेगी तो दिल्ली के सभी RWA को प्राइवेट सिक्योरिटी रखने के लिए पैसे देगी।” इसका मकसद है कि लोग निजी सुरक्षा गार्ड की भर्ती करके अपने आस-पास बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।

कब हैं दिल्ली में चुनाव?
चुनाव आयोग ने बीते मंगलवार को केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। दिल्ली में 70 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव एक ही चरण में संपन्न कराया जाएगा। चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 5 फरवरी 2025 की तारीख को होगी। वहीं, चुनाव का परिणाम 8 फरवरी 2025 को जारी किया जाएगा।

पीएम मोदी का पहला पॉडकास्ट, निखिल कामथ से कहा- ‘राजनीति में मिशन लेकर आएं, एंबिशन नहीं’

0

निखिल कामथ ने इससे पहले भी एक वीडियो शेयर किया था, लेकिन उसमें पीएम मोदी नजर नहीं आ रहे थे। अब निखिल कामथ ने पीएम मोदी के साथ बातचीत के कुछ अंश शेयर किए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ अपना पहला पॉडकास्ट किया है। ‘पीपल बाय डब्ल्यूटीएफ’ शो में पीएम मोदी पहली बार किसी पॉडकास्ट में नजर आएंगे। निखिल कामथ ने पीएम मोदी के पहले पॉडकास्ट का एक टीजर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। यह टीजर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लोग | एपिसोड 6 ट्रेलर @नरेंद्र मोदी।” इस टीजर में पीएम मोदी को कुछ दिलचस्प सवालों के जवाब देते हुए देखा जा सकता है।
निखिल कामथ ने पीएम मोदी से पूछा कि क्या राजनीति एक गंदी जगह है? इस पर भी पीएम मोदी ने सहजता से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो वो कामथ के साथ नहीं बैठे होते। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राजनीति में अच्छे लोग आते रहने चाहिए। उन्हें महत्वाकांक्षाएं लेकर राजनीति में नहीं आना चाहिए, बल्कि एक मिशन लेकर आना चाहिए।
बुधवार को शेयर की थी क्लिप
निखिल कामथ ने बुधवार को एक पॉडकास्ट की क्लिप पोस्ट की थी, जिसमें वे एक अतिथि से सवाल पूछते नजर आ रहे थे। जवाब देने वाला व्यक्ति नहीं दिख रहा था, लेकिन यह एक बड़ा संकेत था कि जवाब देने वाले व्यक्ति पीएम मोदी ही थे। ऐसे में जब कामथ ने प्रधानमंत्री के चेहरे के साथ वीडियो शेयर किया तो लोगों को ज्यादा हैरानी नहीं हुई। बुधवार की क्लिप में कामथ अपने गेस्ट को कुछ साल पहले बेंगलुरु में हुई मुलाकात की याद दिलाते नजर आ रहे थे।

पीएम बोले- मैं इंसान हूं, भगवान नहीं
अपने पहले पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने कहा “यह पहली बार है जब मैं किसी पॉडकास्ट पर आया हूं। मुझे नहीं पता कि आपके दर्शक इस पर कैसी प्रतिक्रिया देंगे।” जवाब में कामथ ने कहा कि देश के पीएम के साथ बैठकर बातचीत करना उनके लिए बड़ी बात है। क्लिप के एक फ्रेम में पीएम मोदी कहते हैं, “जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब एक भाषण में मैंने लोगों से कहा था कि मैंने भी गलती की है, मैं एक इंसान हूं, भगवान नहीं।”
भारत युद्ध में तटस्थ नहीं, शांति के पक्ष में
कामथ ने वैश्विक स्थिति और युद्धों के बारे में सवाल पूछा तो पीएम मोदी ने कहा, “हमने कहा है कि हम तटस्थ नहीं हैं। हम शांति के पक्ष में हैं।” जब पीएम मोदी से कहा गया कि हमारे दिमाग में बचपन से ऐसा भर दिया जाता है कि राजनीति गंदी जगह है। इस पर पीएम मोदी ने कहा “जैसा आप कह रहे है, हकीकत वैसी ही होती तो आज हम यहां नहीं होते।” जब कामथ ने कहा कि उनकी हिंदी इतनी अच्छी नहीं है तो दोनों हंसने लगे, प्रधानमंत्री मोदी ने तुरंत कहा कि मेरी स्थिति आपसे अलग नहीं है।

जितने से पूरे MP का एक महीने तक भर सकता था पेट, वो गोदामों में सड़ गया, 900000 क्विटंल अनाज खराब

0

भोपाल: अधिकारियों की लापरवाही कहिए ये फिर सिस्टम का फेल्योर. लेकिन इसका हर्जाना आमजन को भुगतना पड़ सकता है. करीब 9 लाख क्विंटल अनाज, जिससे की पूरे मध्य प्रदेश के लोगों का एक महीने तक पेट भरा जा सकता था, वो सरकारी गोदामों में सड़ गया है. यहां तक कि ये अनाज अब पशुओं के चारा लायक भी नहीं रहे. लोकसभा में दिए गए एज जवाब के मुताबिक यह घटना उस देश की है, जो ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 105वें स्थान पर है और ऐसे राज्य की यह घटना है, जहां 5 साल से कम उम्र के 26 फीसदी से अधिक बच्चे कम वजन के हैं. लोकसभा में एक उत्तर के अनुसार, यह देश में सबसे खराब स्थिति है.

सड़े हुए अनाजों में 90 फीसदी से अधिक गेहूं
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुातबिक मप्र राज्य नागरिक आपूर्ति निगम ने सड़े हुए खाद्यान्नों को बेचने के लिए टेंडर जारी करनी पड़ा ताकि कम से कम लागत का कुछ हिस्सा वसूल हो सके. इसमें 90 फीसदी से अधिक गेहूं हैं. इस तरह के टेंडर 2024 में 13 मार्च से 5 नवंबर के बीच कम से कम चार बार जारी किए गए थे. निगम ने इस तरह से लगभग 8.9 लाख क्विंटल खाद्यान्न बेचा, कुछ बासी चावल को छोड़कर, वह भी कम मात्रा में बेचा गया था.

अनाजों का इंश्योरेंस कराने का निर्देश
खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री, गोविंद सिंह राजपूत ने टीओआई को बताया, “यह एक पुराना मामला है, जो अभी मेरे संज्ञान में आया है. मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऐसी घटना फिर से नहीं होनी चाहिए. मैंने यह भी आदेश दिया है कि ऐसी चीजों को कवर करने के लिए बीमा कंपनियों को शामिल किया जाना चाहिए. हम एक नई बीमा पॉलिसी बना रहे हैं, जिसमें ऐसी परिस्थितियों के लिए कवरेज शामिल है. इस बीच मैंने यह भी निर्देश दिया है कि समय-समय पर निरीक्षण किया जाना चाहिए और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए जो भी जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.”

करीब 200 करोड़ का हुआ नुकसान!
सूत्र ने कहा, “इन बासी खाद्यान्नों को बेचने से सरकार को कितना नुकसान हुआ, यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि जिस वर्ष इसे खरीदा गया था, उस वर्ष खरीद की लागत, भंडारण लागत, परिवहन लागत और वह श्रेणी जिसके तहत इसे बेचा गया था. कुल मिलाकर, मोटे अनुमान कहते हैं इन 9 लाख क्विंटल से लगभग 200 करोड़ रुपये का नुकसान होगा.”

सनातन के मुद्दे पर खुलकर बोले स्वामी रामदेव, CM योगी और PM मोदी की तारीफ की

0

योग गुरू स्वामी रामदेव इंडिया टीवी के सत्य सनातन कॉन्क्लेव में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सनातन के मुद्दे पर खुलकर बात की और कहा कि सीएम योगी और पीएम मोदी के शासन से सनातन का गौरव है।
नई दिल्ली: योग गुरू स्वामी रामदेव इंडिया टीवी के सत्य सनातन कॉन्क्लेव में शामिल हुए। इस मौके पर स्वामी रामदेव ने सनातन को लेकर विस्तृत चर्चा की। रामदेव ने कहा कि सनातन धर्म ही युगधर्म है। सनातन तो शाश्वत है। ये सनातन का गौरव काल है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी सनातन है, जल सनातन है। अग्नि का धर्म तेजस्विता सनातन है। मनुष्य में मनुष्यता सनातन है। सनातन शाश्वत था, शाश्वत है, शाश्वत रहेगा।
क्या है सनातन का गौरव? रामदेव ने बताया
स्वामी रामदेव ने कहा कि माथे पर तिलक सनातन का गौरव है। भगवा ध्वज सनातन का गौरव है। हमारे मंदिर सनातन के गौरव हैं। राम और कृष्ण सनातन के गौरव हैं। सनातन धर्म के गौरव से भारत का गौरव बढ़ेगा। सनातनी आस्था के केंद्रों को वापस लौटा देना चाहिए।

भारत में या तो वक्फ बोर्ड ना हो, या सनातन बोर्ड का गठन हो: रामदेव
स्वामी रामदेव ने कहा कि मुस्लिमों को आगे आकर खुद से आस्था के केंद्रों को लौटाना चाहिए। आस्था के केंद्र पर सरकार न्यायपूर्ण रास्ता निकाले। भारत में या तो वक्फ बोर्ड ना हो, या सनातन बोर्ड का गठन हो।

उन्होंने ये भी कहा कि सनातन में कोई मिलावट नहीं है।

रियल इंटेलिजेंस ही भारतीय शिक्षा पद्धति: रामदेव
रामदेव ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नहीं, रियल इंटेलिजेंस ही भारतीय शिक्षा पद्धति है। भारतीय शिक्षा बोर्ड से पढ़ने वाला सनातन विरोधी नहीं बनेगा। सनातन का बोध होगा तो सनातनियों के बीच तनातनी नहीं होगी। दूध में मिलावट होने पर क्या दूध पीना छोड़ दें? हवा में मिलावट होने पर क्या सांस लेना छोड़ दें? सनातन में कोई मिलावट नहीं है।

सीएम योगी और पीएम मोदी की तारीफ की, कुंभ को बताया गौरव
रामदेव ने कहा कि कुंभ सनातन का गौरव है। योगी-मोदी के शासन से सनातन का गौरव है। यूपी में योगी और देश में महायोगी मोदी का शासन है।

चैंपियंस ट्रॉफी की टीम चुनने में सेलेक्टर्स को आएगा पसीना, बैटर्स दमदार, पर पेसर बढ़ा रहे सिरदर्द

0

ऑस्ट्रेलिया में शिकस्त झेलने वाली भारतीय टीम का एक और चैलेंज इंतजार कर रहा है. भारत को अब 22 जनवरी से इंग्लैंड के साथ द्विपक्षीय सीरीज खेलनी है. यह ऐसी सीरीज नहीं, जिसके लिए टीम इंडिया या सेलेक्टर्स को माथापच्ची करनी पड़े. लेकिन 19 फरवरी से होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी सेलेक्टर्स का सिरदर्द बढ़ा सकती है. चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम का ऐलान 12 जनवरी तक करना है.

भारतीय चयनकर्ता जब चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम का चयन करेंगे तो उन्हें सबसे ज्यादा मशक्कत तेज गेंदबाजों पर करनी पड़ सकती है. बैटर्स को चुनने के लिए शायद ऐसा ना करना पड़े. वजह- भारत के पास बैटर्स और ऑलराउंडर्स के कई अच्छे विकल्प हैं. स्पिन ऑलराउंडर में रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल हैं. पेस ऑलराउंडर्स के लिए हार्दिक पंड्या, नीतीश रेड्डी और शिवम दुबे हैं.
रोहित शर्मा और विराट कोहली भले ही आउट ऑफ फॉर्म हों, लेकिन उनका चयन तय लगता है. रोहित और शुभमन गिल टीम की ओपनिंग करते दिख सकते हैं. तीसरे नंबर पर विराट कोहली और चौथे नंबर पर ऋषभ पंत का सेलेक्शन भी तय समझिए. पांचवें नंबर के लिए टीम के पास केएल राहुल, श्रेयस अय्यर का विकल्प खुला है. छठे से 11वें नंबर तक ऑलराउंडर और गेंदबाज नजर आएंगे. ऑलराउंडर के लिए भारत के पास कई नाम हैं. स्पिनर की भूमिका रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव में से कोई तीन निभाएंगे. अभी यह तय नहीं कि पेस अटैक किसके हाथों में होगा.

अगर सभी पेसर फिट रहते हैं तो भारत जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और अर्शदीप सिंह के साथ जाना चाहेगा. बुमराह की चोट पर अभी कोई अपडेट नहीं है. अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता कि वे कब तक मैच खेलने के लिए फिट हो जाएंगे. मोहम्मद शमी घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं. लेकिन उन्हें ऑस्ट्रेलिया ना भेजा जाना इस बात का सबूत है कि उनकी फिटनेस पर भी संदेह बाकी है.
अगर बुमराह और शमी की फिटनेस पर सवाल उठे तो भारत का पेस अटैक कमजोर पड़ सकता है. इन दोनों के ना होने पर भारत के पेस अटैक की अगुवाई अर्शदीप सिंह और मोहम्मद सिराज कर सकते हैं. तीसरे गेंदबाज के लिए हर्षित राणा, प्रसिद्ध कृष्णा, मुकेश कुमार, खलील अहमद में से किसी का चयन होगा. यह ऐसा पेस अटैक है, जिसमें अनुभव की कमी झलकती है. अब देखना है कि भारतीय चयनकर्ता टीम को इस मुश्किल से कैसे बाहर निकालते हैं.

बेंगलुरु में होगा मध्य प्रदेश महोत्सव, आर्ट ऑफ लिविंग आश्रम में दिखेगी MP के पर्यटन व संस्कृति की झलक

0

यह आयोजन मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग और आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के सहयोग से होने जा रहा है. यह कार्यक्रम न केवल मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देगा, बल्कि प्रदेश में पर्यटन को प्रोत्साहित करने में भी मददगार होगा.
मध्यप्रदेश की समृद्ध संस्कृति (MP Culture) और पर्यटन (Madhya Pradesh Toursism) स्थलों की झलक अब कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) में देखने को मिलेगी. आर्ट ऑफ लिविंग के बेंगलुरु मुख्य आश्रम (Art of Living International Center) में 9 से 12 जनवरी तक आयोजित होने वाले मध्य प्रदेश उत्सव में मध्य प्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटक स्थलों की जानकारी दी जाएगी. इस आयोजन का उद्देश्य दुनियाभर से आने वाले “आर्ट ऑफ लिविंग” के अतिथियों को राज्य की परंपराओं, कला, संगीत, और खूबसूरत पर्यटन स्थलों से परिचित कराना है. कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के विभिन्न पर्यटन की जानकारी देने के लिए खास सत्र आयोजित किए जाएंगे. साथ ही, प्रदेश की लोककला, पारंपरिक व्यंजन, संगीत, नृत्य प्रस्तुतियां एवं संस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे. निवेश के अवसरों पर भी चर्चा की जाएगी. यह कार्यक्रम न केवल मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देगा, बल्कि प्रदेश में पर्यटन को प्रोत्साहित करने में भी मददगार होगा.

ये होगा खास
मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग और आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के सहयोग से भव्य आयोजन किया जा रहा है. पर्यटकों को राज्य की प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों से जोड़ने के लिए कार्यक्रम के दौरान उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर, खजुराहो के मंदिर समूह, ओरछा का इतिहास, पचमढ़ी की पहाड़ियां और सांची के स्तूप जैसे धरोहरों के बारे में आगंतुकों को 360 डिग्री वर्चुअल अनुभव भी कराया जायेगा. साथ ही, मध्य प्रदेश के हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग को भी प्रदर्शित किया जाएगा. यह आयोजन बेंगलुरु के लोगों और दुनियाभर से आए पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव साबित होगा, जो मध्य प्रदेश की अनमोल सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता से परिचय कराएगा.

कब है बसंत पंचमी? ऐसे करें मां सरस्वती को प्रसन्न, जानिए सही तारीख-शुभ मुहूर्त से पूजा विधि तक

0

बसंत पंचमी का त्योहार हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इस साल बसंत पंचमी की तारीख को लेकर लोगों में कंफ्यूजन हैं. ऐसे में यहां जानते हैं कब है बसंत पंचमी?
माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस बार बसंत पंचमी रविवार, 2 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी. इस दिन से बसंत ऋतु का आरंभ भी होता है. हिंदू धर्म के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती अवतरित हुई थी, इसलिए इस दिन बड़े ही धूम-धाम के साथ विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा की जाती है. ऐसे में यहां जानते हैं कब है बसंत पंचमी. इसके साथ ही शुभ मुहूर्त और सरस्वती पूजा विधि भी जानते हैं.

बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की होती है पूजा
बसंत पंचमी का पर्व बसंत ऋतु के आगमन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. वहीं बसंत पंचमी को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है. इस विशेष अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इसके अलावा बसंत पंचमी का दिन काफी शुभ माना जाता है इसलिए इस दिन को अबूझ मुहूर्त के तौर पर भी जाना जाता है. इस दिन पीले रंग का वस्त्र पहनकर पूजा करना भी शुभ होता है.

कब मनाई जाएगी बसंत पंचमी (Basant Panchami 2025 Date)
हिंदू पंचांग के अनुसार, बसंत पंचमी का त्योहार हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. साल 2025 में पंचमी तिथि रविवार, 2 फरवरी को सुबह 9:14 बजे पर प्रारंभ होगी, जबकि समापन सोमवार, 03 फरवरी 2025 को सुबह 06:52 बजे होगी. ऐसे में इस साल बसंत पंचमी का पर्व 2 फरवरी 2025, रविवार को मनाया जाएगा.
सरस्वती पूजा शुभ मुहूर्त (Saraswati Puja 2025 Shubh Muhurat)
बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा का मुहूर्त सुबह 07:08 बजे से शुरू होगा, जो दोपहर 12:34 बजे तक चलेगा. बता दें कि बसंत पंचमी का मध्याह्न क्षण दोपहर 12:34 बजे होगा.

बसंत पंचमी का महत्व (Basant Panchami Importance)
बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करने का महत्व है. ऐसा कहा जाता है कि जो लोग इस अवसर पर माता सरस्वती की पूजा सच्ची भक्ति के साथ करते हैं उन्हें मां बुद्धि, विद्या और ज्ञान प्रदान करती हैं. इस त्योहर पर नए कपड़े पहनते हैं और ज्ञान की देवी की विशेष पूजा करते हैं.

बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को कैसे करें पूजा (Saraswati Puja Vidhi)
बसंत पंचमी के दिन स्नान करने के बाद पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें.

मां सरस्वती की मूर्ति या फोटो स्थापित करें.

फिर आप पूजा आसन पर बैठ जाएं.

अब उन्हें गंगाजल से स्नान कराएं.

मां सरस्वती को कुमकुम लगाएं. फिर फूल चढ़ाएं.

इसके बाद मां सरस्वती के सामने धूप-दीप, अगरबत्ती जलाएं और उनका ध्यान करें.

मां सरस्वती को भोग लगाए. इस दिन मां सरस्वती को चावल और गुड़ का भोग जरूर लगाएं.

मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करें.

अंत में मां सरस्वती को आरती उतारें.

अब मां को प्रणाम कर आशीर्वाद लें.

मां सरस्वती स्तुति

सरस्वतीं शारदां च कौमारी ब्रह्मचारिणीम्। वागीश्वरीं बुद्धिदात्री भारतीं भुवनेश्वरीम्।।
चंद्रघंटां मरालस्थां जगन्मातरमुत्तमाम्। वरदायिनी सदा वन्दे चतुर्वर्गफलप्रदमाम्।।
द्वादशैतानि नामानि सततं ध्यानसंयुतः। यः पठेत् तस्य जिह्वाग्रे नूनं वसति शारदा।।

ट्रंप ने लगाए गंभीर आरोप, बोले ‘सत्ता हस्तांतरण को मुश्किल बनाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं बाइडेन

0

अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेंगे। इससे पहले, रिपब्लिकन नेता ने मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ट्रंप का कहना है कि डेमोक्रेटिक नेता सत्ता के हस्तांतरण को मुश्किल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया है कि जो बाइडेन सत्ता हस्तांतरण को मुश्किल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने अंतिम सप्ताहों में जलवायु और अन्य आधिकारिक मसलों पर बाइडेन के हालिया कार्यकारी आदेशों का हवाला दिया है। ट्रंप, 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे और अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में बाइडेन की जगह लेंगे।
ट्रंप ने क्या कहा?

ट्रंप ने खुद के सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘बाइडेन सत्ता हस्तांतरण को मुश्किल बनाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए इस तरह के फैसले लिए जा रहे हैं जो पहले कभी नहीं देखे गए। ‘ग्रीन न्यू स्कैम’, धन की बर्बादी के फैसले और हास्यास्पद कार्यकारी आदेश इसके उदाहरण हैं।’’

यह भी जानें

ट्रंप ने कहा, ‘‘डरो मत, ये सभी आदेश जल्द ही समाप्त हो जाएंगे, और हम सामान्य समझ तथा ताकत वाला देश बन जाएंगे।’’ कांग्रेस (अमेरिकी संसद) द्वारा ट्रंप की जीत की पुष्टि किए जाने से कुछ पहले और बाइडेन के अमेरिका के अधिकांश तटरेखा पर तेल तथा प्राकृतिक गैस के लिए खुदाई पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के बाद उनका यह बयान आया है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव: AAP ने कैंपेन सॉन्ग ‘फिर लाएंगे केजरीवाल’ लॉन्च किया, यहां देखें VIDEO

0

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए आज अपना कैंपेन सॉन्ग ‘फिर लाएंगे केजरीवाल’ लॉन्च कर दिया। इस मौके पर आप नेता केजरीवाल भी मौजूद रहे।
दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी ने कमर कस ली है। इस बीच आज AAP ने अपना कैंपेन सॉन्ग ‘फिर लाएंगे केजरीवाल’ लॉन्च किया है। लॉन्चिंग के मौके पर सीएम आतिशी, आप नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, गोपाल राय और सौरभ भारद्वाज भी मौजूद रहे। आप समर्थक भी गाने की लॉन्चिंग के मौके पर जमकर झूमे। इसका वीडियो भी सामने आया है। आप ने अपने एक्स हैंडल पर इस कैंपेन सॉन्ग को पोस्ट किया है।
सौरभ भारद्वाज ने जताया था ये डर
हालही में आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज का बड़ा बयान सामने आया था। सौरभ भारद्वाज का कहना था कि उन्हें चुनाव टाले जाने का डर था, लेकिन आज दो बजे दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है, इससे अच्छी बात आम आदमी पार्टी के लिए नहीं हो सकती। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सभी 70 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है।

सौरभ भारद्वाज ने कहा था, ‘हमारे मन में सिर्फ एक ही डर था कि कहीं भाजपा चुनाव से डर के इस चुनाव को टाल न दे। हो सकता है आज 2 बजे चुनाव की घोषणा हो जाए, इससे अच्छी बात आम आदमी पार्टी के लिए नहीं हो सकती है। हम चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं और मुझे लगता है कि पिछली बार की तरह ही भाजपा को बहुत कम सीटें आएंगी और आम आदमी पार्टी को बड़ा बहुमत मिलेगा।’

आज चुनावों की तारीखों का ऐलान
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार शुरू कर चुके हैं। इस बीच खबर ये भी है कि आज इस चुनाव की तारीख भी जारी हो जाएगी। चुनाव आयोग मंगलवार दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तारीख का ऐलान करेगा। चुनाव आयोग ने विज्ञान भवन में चुनाव के शेड्यूल की घोषणा को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है।

कब खत्म हो रहा विधानसभा का कार्यकाल?
दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म होने वाला है। साल 2020 में भी दिल्ली में फरवरी महीने में ही विधानसभा चुनाव हुआ था। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी।

Mahakumbh 2025: महाकुंभ के लिए रांची रेलमंडल ने शुरू की कई स्पेशल ट्रेनें, देखें लिस्ट

0

रांची. 12 साल बाद लगने वाले महाकुंभ को लेकर देशभर में आस्था और उत्साह का माहौल है. रांची रेलमंडल की ओर से भी रांची और आसपास के जिलों के तीर्थ यात्रियों के लिए स्पेशल ट्रेन चलायी जा रही है. अगर आप भी महाकुंभ स्नान करना चाहते हैं तो अपनी टिकट बुक कर सकते हैं. प्रयागराज में 14 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ को लेकर देशभर में आस्था का समंदर उमड़ता नजर आ रहा है. रांची और आसपास के जिलों के श्रद्धालुओं के लिए रांची रेलमंडल ने भी स्पेशल ट्रेनों को लेकर खास तैयारी की है.

अगर आप भी महाकुंभ को लेकर प्लानिंग कर रहे हैं तो बिना देर किए अपनी टिकट स्पेशल ट्रेनों में बुक कर सकते हैं. रांची रेलमंडल के सीपीआरओ निशांत कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि रांची रेल मंडल से पांच जोड़ी स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज के लिए तय तारीखों पर गुजरेंगी. आप अपनी सुविधा के अनुसार अपनी टिकट स्पेशल ट्रेन में बुक कर सकते हैं.

महाकुंभ को लेकर चलेंगी ये स्पेशल ट्रेनें
4 स्पेशल ट्रेन रांची रेलवे स्टेशन से और 1 मूरी होकर जाएगी प्रयागराज

* 08067 रांची – टु़ंडला कुंभ मेला स्पेशल, 19 जनवरी को खुलेगी, 1 ट्रिप

* 08068 टु़ंडला- रांची कुंभ मेला स्पेशल, 20 जनवरी को प्रयागराज से वापसी

* 08425 भुवनेश्वर- टूंडला कुंभ मेला स्पेशल (वाया मूरी), 8, 22 जनवरी और 5, 19, 26 फरवरी

* 08426 टूंडला- भुवनेश्वर कुंभ मेला स्पेशल (वाया मूरी), 10, 24 जनवरी और 7, 21, 28 फरवरी

* 08314 टिटिलागढ़- टूंडला कुंभ मेला स्पेशल (वाया रांची), 9, 16, 23 जनवरी और 6, 20, 27 फरवरी

* 08313 टुंडला-टिटिलागढ़ कुंभ मेला स्पेशल (वाया रांची), 11, 18, 25 जनवरी और 8, 22 फरवरी और 1 मार्च

* 07107 तिरुपति- बनारस कुंभ मेला स्पेशल (वाया रांची), 18 जनवरी और 8, 15,22 फरवरी और

* 07108 बनारस विजयवाड़ा कुंभ मेला स्पेशल (वाया रांची), 20 जनवरी और 10, 17 और 24 फरवरी