CM मोहन यादव पहुंचे लंदन, निवेश हासिल करने के लिए उद्योगपतियों से करेंगे मुलाकात

Author

Categories

Share

MP के CM मोहन यादव 6 दिवसीय विदेश यात्रा के क्रम में लंदन पहुंच चुके हैं. इसका मकसद उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर और रीवा जैसे शहरों के लिए विदेशी निवेश हासिल करना है.
मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव 6 दिवसीय यूरोपीय देशों की यात्रा के लिए 24 नवंबर को लंदन पहुंच गए. यूके में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी और प्रवासी भारतीयों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. दरअसल, सीएम मोहन यादव यूनाइटेड किंगडम (यूके) और जर्मनी के छह दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान वह उद्योगपतियों, व्यापारिक नेताओं और सरकारी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे. वह मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों को बढ़ाने पर जोर देंगे.

सीएम के इस यात्रा का मकसद एमपी में विदेशी निवेश के जरिए औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है. उनकी यह यात्रा उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर और रीवा जैसे शहरों में चार घरेलू रोड शो और क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलनों की सफलता पर आधारित है.

यूरोपीय देशों की यात्रा के दौरान सीएम मोहन यादव मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक संगठनों और व्यापार जगत के नेताओं के प्रतिनिधियों से मिलेंगे. मुलाकात के दौरान वह विदेशी निवेश हासिल करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों पर जोर देंगे.

विदेशी दौरे के दौरान सीएम कब, कहां और क्या करेंगे?

एमपी के सीएम मोहन यादव 25 नवंबर को ब्रिटिश संसद का दौरा करेंगे. 25 नवंबर को वे वेस्टमिंस्टर में ब्रिटिश संसद और किंग्स क्रॉस जैसे पुनर्विकास स्थलों का दौरा करेंगे. उस शाम वे एनआरआई संगठन “फ्रेंड्स ऑफ मध्य प्रदेश” द्वारा आयोजित रात्रिभोज में शामिल होंगे, जिसमें 400 से अधिक एनआरआई के शामिल होने की उम्मीद है.
26 नवंबर को यादव ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के. दोराईस्वामी के साथ नाश्ते पर बातचीत करेंगे, जिसके बाद मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर चर्चा करने के लिए लगभग 120 प्रतिभागियों के साथ एक संवाद करेंगे. सीएम उद्योगपतियों के साथ गोलमेज बैठकों और आमने-सामने की चर्चाओं में भी भाग लेंगे.
27 नवंबर को यादव वारविक विश्वविद्यालय जाएंगे और वारविक मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप के डीन, संकाय और शोधकर्ताओं से मिलेंगे. उसी दिन बाद में वे जर्मनी के लिए रवाना होंगे और रात 8 बजकर 20 मिनट पर म्यूनिख पहुंचेंगे.
वह 28 और 29 नवंबर तक म्यूनिख और स्टटगार्ट में कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे. 28 नवंबर की सुबह वे बवेरिया की राज्य सरकार के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे. इसे बाद म्यूनिख में भारत के महावाणिज्यदूत से मिलेंगे. वे एसएफसी एनर्जी का भी दौरा करेंगे और बेयरलोचर समूह द्वारा आयोजित लंच में भाग लेंगे.
लंदर की तरह वह जर्मनी में भी निवेश के अवसरों पर एक संवादात्मक सत्र में शिरकत करेंगे. इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स, सीआईआई, इन्वेस्ट इंडिया और भारत के महावाणिज्यदूत के प्रतिनिधि भी इसमें भाग लेंगे. उसके बाद होने वाली आमने-सामने की बैठकों में लगभग 80 इनवेस्टर्स भाग लेंगे.
वह 29 नवंबर को स्टटगार्ट में एलएपीपी समूह की फैक्ट्री का दौरा करेंगे और 20 उद्योग प्रतिनिधियों के साथ गोलमेज बैठक में भाग लेंगे. वहां से फ्रैंकफर्ट रवाना होने से पहले वह स्टेट म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री का भी दौरा करेंगे, जो जीवाश्मों और डायनासोर के अवशेषों के व्यापक संग्रह के लिए जाना जाता है। सीएम 30 नवंबर की शाम को भारत लौट आएंगे.

Author

Share