कनाडा में हिंदू मंदिर और हिंदुओं पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि भारत ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करता। इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि मैं कनाडा की इस घटना की कठोर शब्दों में निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि वहां खासकर देशद्रोही लोगों ने हिंदू समाज के बीच यह जहर घोलने का काम किया है। विदेशी शक्तियां भी इस काम में शामिल हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि भारत के देशभक्त सिखों का मैं धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने आगे आकर कनाडा में हुई हिंदुओं पर हमले की आगे बढ़कर निंदा की। इस तरह की घटनाओं को पूरा देश बर्दाश्त नहीं करता।
हाथियों के लिए बनाई जाएगी विशेष टीम
वहीं बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जंगलों में हाथियों के संरक्षण का इंतजाम करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि इनकी वजह से इंसानी आबादी को भी कोई नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि राज्य के जंगलों में पहले हाथी नहीं रहते थे। लेकिन समय के साथ मध्य प्रदेश की आबो-हवा उन्हें पसंद आ गई है। बांधवगढ़ से लेकर उमरिया तक के जंगलों में 100 से ज्यादा हाथी स्थायी रूप से रुक गए हैं। यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार राज्यों के साथ तालमेल बिठाकर हाथियों के संरक्षण के लिए काम करेगी। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय से सोमवार को चर्चा हुई है।
मोहन यादव बोले- हिंदुओं को पटाखा फोड़ने से कौन रोक सकता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने अधिकारियों को प्रशिक्षण के लिए असम, कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों में भेजेंगे, जहां हाथियों की आबादी काफी ज्यादा है। हम एक दल बनाने जा रहे हैं जो हाथियों से संबंधित विशेषज्ञता रखेंगे। इंदौर के छत्रीपुरा क्षेत्र में एक नवंबर को पाटाखा फोड़ने को लेकर हुए विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य की सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है और सभी को साथ लेकर चलने का और विकास करने का प्रयास करना चाहती है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति अपने हाथ में कानून लेने का प्रयास करेगा तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दीपावली के अवसर पर हिंदू समुदाय को पटाखे फोड़ने से कोई व्यक्ति कैसे रोक सकता है। अगर हिंदुओं को पटाखा फोड़ने से कोई रोकने का प्रयास करेगा तो यह बाद प्रदेश सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।