भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई की एमपीसी की तरफ से बुधवार को ब्याज दरों में कोई कटौती न किए जाने की खबर का असर घरेलू शेयर बाजार पर दिखा। बुधवार को यह गिरावट के साथ बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 6 अगस्त को कारोबार के आखिर में 166.26 अंक की गिरावट के साथ 80,543.99 के लेवल पर बंद हुआ। इसके अलावा, एनएसई का निफ्टी भी 75.35 अंक की गिरावट के साथ आखिर में 24,574.20 के लेवल पर टिका। खबर के मुताबिक, आज के कारोबार में लगभग 1293 शेयरों में तेजी आई, 2584 शेयरों में गिरावट आई जबकि 153 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को अपनी नीतिगत ब्याज दर को अपरिवर्तित रखा, क्योंकि नीति निर्माता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की व्यापार नीतियों से उत्पन्न जोखिमों और उच्च टैरिफ की संभावना से जुड़ी अनिश्चितताओं पर विचार कर रहे थे।
इन दिग्गज कंपनियों में उतार-चढ़ाव
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में सन फार्मास्युटिकल्स, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंफोसिस, बजाज फाइनेंस, इटरनल, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, आईटीसी और एलएंडटी प्रमुख रूप से पिछड़े रहे। एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बीईएल, अदानी पोर्ट्स, भारतीय स्टेट बैंक, ट्रेंट, एचडीएफसी बैंक लाभ में रहे। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार लचीला बना रहा और 24,500 के प्रमुख समर्थन स्तर के पास मजबूती से टिका रहा। फार्मा क्षेत्र का प्रदर्शन कमजोर रहा और टैरिफ चेतावनियों का यह क्षेत्र एक बड़ा शिकार बनकर उभरा।
रुपया 15 पैसे मजबूत हुआ
बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे की मजबूती के साथ 87.73 (अनंतिम) पर बंद हुआ। यह सुधार अमेरिकी डॉलर में उतार-चढ़ाव और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा ब्याज दरों को स्थिर बनाए रखने के फैसले के चलते देखा गया। फॉरेक्स कारोबारियों के मुताबिक, हालांकि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, घरेलू शेयर बाजारों में कमजोरी और भारत पर अमेरिकी टैरिफ को लेकर बनी अनिश्चितताओं ने रुपये की बढ़त को सीमित कर दिया। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में रुपया 87.72 पर खुला और दिनभर में 87.63 से 87.80 के दायरे में रहा, अंत में यह 87.73 पर बंद हुआ। यह मंगलवार को 87.88 पर बंद हुआ था, जो अब तक का सबसे निचला स्तर था।